Milkipur ByElection Date 2025: उत्तर प्रदेश की मिल्कीपुर (अयोध्या) में उपचुनाव का इंतजार आज खत्म हो जाएगा. चुनाव आयोग दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों के साथ मिल्कीपुर में भी उपचुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है.
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Milkipur Vidhan Sabha Chunav 2025 Date: दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान आज हो गया है. चुनाव आयोग मंगलवार यानी आज दोपहर चुनावी कार्यक्रम को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की. दिल्ली विधानसभा चुनाव के साथ उत्तर प्रदेश की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव की तारीख का ऐलान कर दिया है. 5 फरवरी को वोटिंग होगी जबकि 8 फरवरी को नतीजे जारी किए जाएंगे. मिल्कीपुर सीट समाजवादी पार्टी विधायक अवधेश प्रसाद के फैजाबाद से सांसद बनने के बाद खाली हुई है.
सपा उम्मीदवार का ऐलान, बीजेपी ने नहीं खोले पत्ते
बीजेपी और सपा दोनों के लिए मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव नाक की लड़ाई है. 9 सीटों पर हाल में हुए उपचुनाव में मिली जीत से गदगद बीजेपी इस सीट पर भगवा लहराकर अयोध्या की हार का बदला लेना चाहती है तो वहीं दूसरी तरफ 9 सीटों में केवल 2 पर जीत हासिल करने वाली समाजवादी पार्टी इस सीट को अपने खाते में रखना चाहेगी. सपा ने यहां से अवधेश प्रसाद के बेटे अजित प्रसाद को उम्मीदवार घोषित कर चुकी है. वहीं बीजेपी उम्मीदवार का ऐलान होना बाकी है.
मिल्कीपुर में दिलचस्प होगी सियासी जंग
लोकसभा चुनाव में फैजाबाद (अयोध्या) में बीजेपी की हार के बाद देशभर में चर्चा हुई, इसे राम मंदिर से भी जोड़ा गया. मिल्कीपुर को जीतकर बीजेपी अयोध्या की हार का बदला लेने के लिए एड़ी से चोटी का जोर लगाएगी. सीएम योगी आदित्यनाथ ने खुद मिल्कीपुर की चुनावी कमान संभाली है. हाल में वह अयोध्या के कई दौरे कर चुके हैं.मिल्कीपुर में सपा को पटखनी देना बीजेपी के लिए आसान नहीं होगा. इस सीट पर अब तक हुए 17 चुनाव (दो उपचुनाव भी शामिल) में सबसे ज्यादा 5 बार सपा जीती है.
बीजेपी ने उतारी मंत्रियों की फौज
चुनाव की तारीख का ऐलान होने से पहले ही बीजेपी चुनाव की तैयारियों में जुट गई है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने 6 मंत्रियों की ड्यूटी इस सीट पर लगाई है. प्रभारी मंत्रियों में सूर्य प्रताप शाही, जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, सहकारिता राज्य मंत्री जेपीएस राठौर, आयुष मंत्री डॉ. दयाशंकर सिंह, राज्य मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह और सतीश शर्मा शामिल हैं. जो चुनावी अभियान की कमान संभालेंगे.
क्या है जातीय समीकरण
यहां कुल वोटर 3.5 लाख है. इसमें सबसे ज्यादा 1.20 लाख दलित, 55 हजार यादव, 30 हजार मुस्लिम हैं. इसीलिए 'पीडीए' फॉर्मूला काम करता है. बीजेपी को जीत दर्ज करने के लिए दलित वोटरो को साथ लेकर 60 हजार ब्राह्णणों के साथ 25 हजार क्षत्रिय और ओबीसी को एकजुट करना होगा.