UP News: लखनऊ में तीन नए कानूनों के क्रियान्वयन कानून-व्यवस्था आगामी त्योहारों एवं यातायात प्रबंधन को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने बैठक की. इस दौरान डीजीपी ने कांवड़ यात्रा व मुहर्रम में कड़े सुरक्षा प्रबंधों को लेकर अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए. इसके अलावा धर्मगुरुओं संग समन्वय के लिए शांति समिति की बैठकों का भी निर्देश दिया.
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UP News: उत्तर प्रदेश में जुलाई के महीने में कांवड़ यात्रा और मुहर्रम जैसे त्योहारों को लेकर यूपी पुलिस ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है. उत्तर प्रदेश के आला पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए प्रदेश के पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने कहा कि किसी भी सूरत में कांवड़ यात्रा के मार्ग या मोहर्रम के जुलूस के रास्ते में बदलाव बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. तय मार्ग पर तय शर्तों के तहत ही जुलूस या यात्रा निकलेगी, इसमें छेड़छाड़ करने वाले को कतई बख्शा नहीं जाए.
नए कानूनों को लेकर समीक्षा
धर्मगुरुओं के साथ समन्वय बनाने के साथ ही शांति समिति की बैठकें कराने के निर्देश पुलिस महानिदेशक ने दिए हैं. डीजीपी ने एक जुलाई से लागू हो रहे नए कानूनों को लेकर की जा रही तैयारियां की भी समीक्षा की. इसके अलावा उन्होंने सभी जिलों में नए कानूनों का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए.
डिजिटल वालंटियर्स व सिविल डिफेंस का सहयोग
डीजीपी प्रशांत कुमार ने सभी एडीजी जोन, पुलिस आयुक्तों, आईजी व डीआईजी रेंज, एसएसपी/एसपी को जगन्नाथ यात्रा, मुहर्रम, कावड़ यात्रा ,रक्षाबंधन और सावन झूला जैसे आयोजनों के मद्देनजर सुरक्षा-व्यवस्था के साथ-साथ यातायात प्रबंधन को लेकर भी विस्तृत निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि डिजिटल वालंटियर्स व सिविल डिफेंस का भी पूरा सहयोग लिया जाए. कहीं किसी नई परंपरा की अनुमति न दी जाए. पहले से ही कावड़ यात्रा के मार्गों को चेक किया जाए. साथ ही मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों व हॉट स्पॉट पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाए.
सीसीटीवी से की जाए निगरानी
आगामी त्योहारों के मद्देनजर यूपी में सुरक्षा प्रबंधों के कड़े इंतजाम किए जाएंगे. गड़बड़ी करने वाले तत्वों पर पुलिस की पैनी नजर होगी. मुहर्रम के जुलूस मार्गों को भी चिन्हित किया जाएगा और जुलुस के साथ ज्यादा से ज्यादा पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी. सुरक्षा कारणों से जुलूस मार्गों पर लगे सीसीटीवी कैमरों को सक्रिय रखा जाएगा.
कड़े सुरक्षा प्रबंधों को लेकर निर्देश
रेलवे स्टेशन व बस अड्डों पर भी सुरक्षा प्रबंध बढ़ाए जाएंगे. जोन/सेक्टर स्कीम लागू कर अतिसंवेदनशील स्थलों पर चेकिंग बढ़ेगी. डीजीपी ने कहा कि पोस्टर पार्टी व मार्निंग चेकिंग टीम गठित कर उन्हें सक्रिय किया जाए. इसके साथ ही 24 घंटे इंटरनेट मीडिया की निगरानी करने के भी निर्देश हैं.
कब शुरू होगी कांवड़ यात्रा?
कांवड़ जल चढ़ाने के लिए सावन का हर दिन शुभ माना जाता है. ऐसे में आप अपनी सुविधा के अनुसार किसी भी दिन कांवड़ जल चढ़ा सकते हैं, लेकिन अधिकतर श्रद्धालु कावड़ जल सावन की त्रयोदशी तिथि या सावन शिवरात्रि के दिन चढ़ाते हैं. सावन की शिवरात्रि का विशेष महत्व माना जाता है. इस साल सावन शिवरात्रि 2 अगस्त को है. कावड़ यात्रा में कांवड़िए सुल्तानगंज, गंगोत्री, गौमुख और हरिद्वार जैसे तीर्थ स्थानों से गंगा जल लाने के लिए जाते हैं और फिर इस जल को वे अपने गृह नगर के शिव मंदिर में चढ़ाते हैं.
कब है मुहर्रम?
मुस्लिम धर्म में मुहर्रम का महीना पवित्र माना गया है. हर साल चंद्र की स्थिति के अनुसार मुहर्रम की तारीख भी बदलती रहती है. इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक, अभी धू अल हिज्जा या जिल हिज्जह का महीना चल रहा है. यह इस्लामिक कैलेंडर का आखिरी महीना होता है. इसके बाद मुहर्रम का पहला महीना शुरू हो जाता है. इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक, मुहर्रम की संभावित तारीख 7 जुलाई 2024 हो सकती है.