UP Metro: पीएम नरेंद्र मोदी रिठाला-नरेला-कुंडली मेट्रो लाइन की नींव रखेंगे. इससे गाजियाबाद की मेट्रो कनेक्टिविटी सीधे हरियाणा तक हो जाएगी. पीएम मोदी नई दिल्ली-सहारनपुर हाईवे का उद्घाटन भी करने वाले हैं.
रिठाला-नरेला-कुंडली मेट्रो लाइन का जल्द ही काम शुरू हो जाएगा, जिस पर कुल 21 स्टेशन बनाए जाएंगे. और रूट की कुल लंबाई 26.5 किलोमीटर होगी. गाजियाबाद की जनता लंबे समय से इसकी मांग कर रही थी.
रिठाला-नरेला-कुंडली कॉरिडोर राष्ट्रीय राजधानी और पड़ोसी राज्य हरियाणा के बीच कनेक्टिविटी और बढ़ेगी. इस परियोजना की पूर्ण लागत 6,230 करोड़ रुपये है. इसे डीएमआरसी ने जीओआई और जीएनसीटीडी के मौजूदा 50:50 एसपीवी 4 साल में कार्यान्वित करेगा.
दिल्ली मेट्रो में फेज 4 का विस्तार चल रहा है, जिसमें कुल 6 कॉरिडोर बनाए जा रहे हैं ताकि जिन इलाकों में मेट्रो की पहुंच आसान नहीं है. वहां के लोगों के लिए भी मेट्रो का लाभ मिल सके. 6 कॉरिडोर में से 3 पर पहले ही काम शुरू हो चुका है. वहीं 2 का शिलान्यास किया जा चुका है.
इसी क्रम में रिठाला-नरेला-कुंडली मेट्रो लाइन का निर्माण भी किया जाएगा. इस मेट्रो लाइन पर कुल 22 मेट्रो स्टेशन्स बनेंगे. दिल्ली में बनने वाली लाइन में कुल खर्च का 40 प्रतिशत केंद्र सरकार देगी. वहीं 1 हजार करोड़ दिल्ली विकास प्राधिकरण की ओर से दिया जाएगा. इसमें 37.5 प्रतिशत दिल्ली मेट्रो को लोन में मिलेगा और 20 प्रतिशत दिल्ली सरकार खर्च करेगी.
ये लाइन मौजूदा वक्त में कार्यरत शहीद स्थल (न्यू बस अड्डा) - रिठाला (रेड लाइन) कॉरिडोर का विस्तार होगी. इससे नरेला, बवाना और रोहिणी के कुछ इलाकों तक नोएडा और गाजियाबाद के मेट्रो यात्रियों की सीधी पहुंच होगी, उन्हें बार-बार मेट्रो बदलने का झंझट नहीं झेलना पड़ेगा.
कॉरिडोर के सभी स्टेशन एलिवेटेड होंगे. निर्माण पूरा होने के बाद, रिठाला - नरेला - नाथूपुर कॉरिडोर गाजियाबाद के शहीद स्थल न्यू बस अड्डा स्टेशन को दिल्ली से होकर हरियाणा के नाथूपुर से भी जोड़ेगा, जिससे एनसीआर में कनेक्टिविटी को बढ़ावा मिलेगा.
यह नया कॉरिडोर एनसीआर में दिल्ली मेट्रो नेटवर्क की पहुंच का विस्तार करेगा. रेड लाइन के इस विस्तार से सड़कों पर भीड़भाड़ कम होगी, जिससे मोटर वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम करने में मदद मिलेगी.
डीएमआरसी मौजूदा वक्त में दिल्ली और एनसीआर में 288 स्टेशनों के साथ लगभग 392 किलोमीटर की कुल 12 मेट्रो लाइनें संचालित करेगी. दिल्ली मेट्रो के पास भारत का सबसे बड़ा मेट्रो नेटवर्क है और यह दुनिया के सबसे बड़े मेट्रो में से एक है.