Lucknow news: लखनऊ में साइबर फ्रॉड करने वालों ने मुंबई क्राइम ब्रांच अधिकारी बनकर एनआरआई, उनकी बहन और रिटायर्ड बैंक अधिकारी को डिजिटल अरेस्ट रखा. झांसे में लेकर लोगों से 2.90 करोड़ वसूले.
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Lucknow News/संतोष कुमार: देशभर में साइबर अरेस्ट का सिलसिला बढ़ रहा है. वहीं एक और ताज़ा केस सामने आया है. लखनऊ में साइबर फ्रॉड करने वालों ने मुंबई क्राइम ब्रांच अधिकारी बनकर एनआरआई, उनकी बहन और रिटायर्ड बैंक अधिकारी को डिजिटल अरेस्ट रखा. झांसे में लेकर लोगों से 2.90 करोड़ वसूले. मामले में केस दर्ज किया गया है. जेट एयरवेज के नाम पर की गई ठगी.
क्या है मामला?
राजधानी लखनऊ में साइबर फ्रॉड करने वालों ने मुंबई क्राइम ब्रांच अधिकारी बनकर एनआरआई, उनकी बहन व रिटायर्ड बैंक अधिकारी को डिजिटल अरेस्ट रखा. फिर तीनों से 2.90 करोड़ रुपये ठग लिए गए. ठगों ने नरेश गोयल के मनी लांड्रिंग मामले में आरोपी बताकर झांसे में लिया था. पीड़ितों ने साइबर क्राइम थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
किस मामले में किया था डिजिटल अरेस्ट?
सुमन कक्कड़ कनाडा की रहने वाली हैं. कुछ महीने पहले ही वो इंदिरानगर सेक्टर- F अपने घर आयी थीं. पूछ-ताछ के दौरान सुमन ने बताया की, 25 नवंबर को सुबह दस बजे उनके पास अनजान नंबर से व्हाट्सएप कॉल आई. फोनकर्ता ने खुद को क्राइम ब्रांच अधिकारी अभिषेक चौहान बताया. कॉल पर उसने कहा कि तुम्हारे क्रेडिट कार्ड से जेट एयरवेज के मालिक व मनी लांड्रिंग मामले में आरोपी नरेश गोयल के खाते में 1.13 लाख रुपये ट्रांसफर किए गए हैं. नरेश और आपके आतंकवादियों से संबंध हैं.
छोटी बेहेन को कैसे झांसे फसाया?
सुमन की ठगी होने के अगले दिन बाद उनकी छोटी बेहेन विनय थपलियाल आ गईं. पूछ-ताछ के लिए जब आरोपियों ने अगले दिन कॉल किया तो वीडियो कॉल पर विनय को देखकर ठग ने उनसे कहा कि तुम्हारा सुमन के घर आना-जाना रहता है. इसलिए तुम भी दोषी हो, तुमसे भी पूछताछ होगी। इस तरह दोनों बहनों को चार दिन तक डिजिटल अरेस्ट रखा.
एफडी तुड़वाकर तीन खातों में मंगवाई रकम
ठग ने सुमन से कहा कि गिरफ्तारी से बचने के लिए तुम्हें और तुम्हारी बहन को एफडी तुड़वाकर बताए गए तीन खातों में रकम ट्रांसफर करनी होगी. घबराई हुईं दोनों बहनों ने 1.88 करोड़ रुपये बताए गए खातों में ट्रांसफर कर दिए. बाद में ठगी का अहसास होने पर साइबर क्राइम थाने पर शिकायत की.
रिटायर्ड बैंक अधिकारी से हड़पे एक 1.02 करोड़
बाजारखाला के ऐशबाग रोड निवासी केनरा बैंक के अधिकारी प्रभात कुमार घर में अकेले रहते हैं. उनके पास 26 नवंबर को व्हाट्सएप कॉल आई थी. फोनकर्ता ने अपना परिचय मुंबई सीबीआई अधिकारी अजय कुमार बंसल बताया. उनके आधार कार्ड का इस्तेमाल गलत काम में होने और मनी लांड्रिंग मामले में नाम आने की बात कही. ठग ने जांच के नाम पर उन्हें तीन दिन तक डिजिटल अरेस्ट रखा. साइबर फ्रॉड करने वालो के बताये गए 2 खाते में पीड़ित ने 1.02 करोड़ रुपए डाल दिए. बाद में पीड़ित को ठगी का एहसास होने पर उसने थाने में रिपोर्ट करवाई.