Lucknow News: आधुनिकता के इस दौर में समाधि और पुर्नजन्म जैसी घटनाओं पर विश्वास करना मुश्किल हो जाता है. लेकिन कुछ घटनाएं एसी भी है जो असमंजस में डाल देती है. ऐसी ही एक घटना लखनऊ से सामने आई है.
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Lucknow News: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का आश्रम इन दिनों सबके लिए रहस्य का विषय बना हुआ है. आनंद आश्रम में साध्वी गुरु मां आशुतोषअंबारी ने 28 जनवरी 2024 को समाधि लेकर पूरे देश में सनसनी फैला दी है. इस आश्रम के शिष्यों की माने तो बीती 28 जनवरी को इनकी गुरु मां अशुतोशाम्बरी जी ने समाधि ले ली थी. इस समाधि को निर्बीज समाधि कहते हैं. गुरु मां ने यह समाधी सुबह 4.33 बजे ली थी. शिष्यों के अनुसार इसका उद्देश्य विश्वशांति विश्वकल्याण और आशुतोष महाराज को समाधि से वापस लाना बताया जा रहा है. आस्था और विज्ञान के बीच लखनऊ में ये घटना चर्चा का विषय बन गया है.
11 दिन बाद भी चल रही है पल्स
बता दें कि ऐसा दावा है कि बाबा आशुतोष महाराज का शरीर पंजाब के नूरमहल में फ्रिजर में रखा गया है. आश्रम के अनुसार गुरू जी 28 जनवरी 2014 को समाधि में गए थे. वहीं डॉक्टरों ने बताया कि समाधि में गई हुई गुरुमाता की ईसीजी रिपोर्ट में हलचल है, पल्स चल रही है. दूसरी तरफ बॉडी के पार्ट काम नहीं कर रहे हैं. आशुतोषअंबारी का शरीर 11 दिन के बाद आज भी सुरक्षित है. कोर्ट में अब इस शरीर के संरक्षण के लिए अर्जी दी गयी है.
विज्ञान और अध्यात्म
आपको बता दें कि आज हम एक ओर जब चांद पर जाने की बात कह रहे हैं सूर्य के नजदीक पहुंचने की बात कह रहे हैं. लेकिन इस बीच ऐसा दावा सवाल खड़े कर रहा है. हालांकि शिष्यों ने अपनी गुरुमां का शरीर 11 दिनों से रखा है. चिकित्सको की टीम ने जब इसे देखा है तो ईसीजी रिपोर्ट में पल्स है. अब देखना ये होगा कि शरीर मे पूर्ण रूप से जान कब तक वापस आती है. अगर आती है तो ये भी बड़ी बात होगी.
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