बीजेपी के विधायक ने ही उठाई डिजिटल हाजिरी के खिलाफ आवाज, सीएम योगी को लिख डाली चिट्ठी
Advertisement
trendingNow0/india/up-uttarakhand/uputtarakhand2337193

बीजेपी के विधायक ने ही उठाई डिजिटल हाजिरी के खिलाफ आवाज, सीएम योगी को लिख डाली चिट्ठी

Digital Attendance: बीजेपी एमएलसी देवेंद्र प्रताप सिंह ने यूपी के मुखिया योगी आदित्‍यनाथ को पत्र लिखा है. उन्‍होंने डिजिटल अटेडेंस को लेकर सवाल खड़ा किया है. 

BJP MLC Devendra Pratap Singh

Digital Attendance: यूपी के परिषदीय विद्यालयों में डिजिटल अटेंडेंस के विरोध में शिक्षकों का प्रदर्शन जारी है. इस बीच बीजेपी एमएलसी देवेंद्र प्रताप सिंह भी शिक्षकों के समर्थन में उतर आए हैं. बीजेपी एमएलसी देवेंद्र प्रताप सिंह ने यूपी के मुखिया योगी आदित्‍यनाथ को पत्र लिखा है. उन्‍होंने डिजिटल अटेडेंस को लेकर सवाल खड़ा किया है. 

जनता में सरकार की छवि शिक्षक और कर्मचारी विरोधी 
सीएम योगी आदित्‍यनाथ को लिखे पत्र में एमएलसी देवेंद्र प्रताप सिंह ने लिखा, योगी सरकार के कानून व्‍यवस्‍था को लेकर दूसरे राज्‍यों में सराहना की जाती है. अचानक ऐसा क्‍या हुआ कि प्रदेश की जनता में योगी सरकार से जनता नाराज हो गई?. उन्‍होंने लिखा कि कई कारणों के साथ मिल जाने से 2024 लोकसभा चुनाव के नतीजे अच्‍छे नहीं आए. जनता में सरकार की छवि शिक्षक और कर्मचारी विरोधी बन गई है. इसके लिए नौकरशाह जिम्‍मेदार हैं, उनके द्वारा लिए गए फैसलों से जनता में आक्रोश भड़क गया है. नौकरशाहों द्वारा लिए गए फैसले सरकार के लिए अभिशाप बन गए हैं. 

डिजिटल अटेंडेंस के नाम पर शिक्षकों को प्रताड़‍ित किया जा रहा 
उन्‍होंने लिखा कि देश में गुरु परंपरा पुरातन काल से सर्वश्रेष्‍ठ रही है. उन्‍होंने लिखा कि कोरोना काल में प्राथमिक शिक्षकों ने चुनाव के समय अपना दायित्‍व निभाया. कोरोना काल में चुनावी ड्यूटी में 1621 शिक्षक की अकाल मृत्‍यु हो गई. इतना ही नहीं भारत को पोलियो मुक्‍त में विश्‍व रिकॉर्ड दिलाने में उन्‍होंने सराहनीय भूमिका निभाई. अब डिजिटल अटेंडेंस के नाम पर शिक्षकों को अपमानित और प्रताड़‍ित किया जा रहा है. शिक्षकों से शिक्षण कार्य के अलावा 30 कार्य ऑफ लाइन लिए जाते हैं. इसके बाद भी डिजिटल अटेंडेंस क्‍यों?. 

पुरानी पेंशन देने पर विचार करना चाहिए 
महानिदेशक शिक्षा कार्यालय में पिछले दिनों 85 कर्मचारी अनुपस्थिति पाए गए थे, क्‍या उन्‍होंने अपने कार्यालय में डिटिजल अटेंडेंस लागू किया. उन्‍होंने लिखा, बढ़ते जनाक्रोश को रोकने के लिए डिजिटल अटेंडेंस के निर्णय को वापस लेना होगा. पुरानी पेंशन देने पर विचार करने की जरूरत है. सुप्रीम कोर्ट ने अपने अंतरिम आदेश में कहा है कि तदर्थ शिक्षकों की लंबी सेवा को देखते हुए हम इन्‍हें बाहर करने की मंशा नहीं रखते. सुप्रीम कोर्ट की इस भावना का आदर करते हुए तदर्थ शिक्षकों को रिक्‍त पदों पर आमेलित करना चाहिए.  

आजमगढ़ में सड़क पर उतरे शिक्षक 
आजमगढ़ में डिजिटल अटेंडेंस के विरोध में शिक्षक सड़क पर उतर कर विरोध प्रदर्शन किया. जिले के बड़ी संख्या में परिषदीय विद्यालय के शिक्षक कुंवर सिंह उद्यान में पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया. शिक्षकों का कहना है कि सरकार जिस तरह से हम लोगों को ऑनलाइन अटेंडेंस के लिए बाध्य कर रही है निश्चित रूप से दुखद है. यही कारण है कि हम लोग अपनी बात को सरकार तक पहुंचाना चाहते हैं. प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों ने कहा कि हमारी चार मांगें हैं, जिन्हें सरकार पूरा कर दे, हम ऑनलाइन अटेंडेंस का विरोध नहीं करेंगे.  

बिजनौर में भी शिक्षकों ने कलक्ट्रेट में किया धरना प्रदर्शन
बिजनौर में भी डिजिटल हाजरी के विरोध में शिक्षक सड़क पर उतरे. जिलेभर के शिक्षकों ने डिजिटल हाजरी के विरोध में कलक्ट्रेट परिसर पहुंचे. शिक्षकों ने डिजिटल अटेंडेंस वापस लेने की मांग की है. शिक्षकों ने चेतावनी दी कि डिजिटल हाजरी का फैसला नहीं बदला तो आरपार की लड़ाई होगी. 

मऊ में भी डिजिटल हाजिरी का विरोध 
ऑनलाइन हाजिरी के विरोध में जिले भर के शिक्षक सड़क पर उतरे. सैकडों की संख्या में शिक्षकों ने काला कानून वापस लेने की मांग की. सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की. शिक्षकों ने कलेक्‍ट्रेट परिसर में जिला अधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा. सीतापुर में भी शिक्षकों ने ऑनलाइन अटेंडेंस के खिलाफ डीएम कार्यालय का घेराव किया. 

यह भी पढ़ें : मुस्लिम निशाने पर? सीएम योगी के बयान पर भड़का ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड
 

Trending news