भयंकर गर्मी में भी पंखा नहीं चलाने दिया, व्हाट्सऐप स्टेटस में मकानमालिक पर आरोप लगाकर फांसी पर झूला छात्र
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भयंकर गर्मी में भी पंखा नहीं चलाने दिया, व्हाट्सऐप स्टेटस में मकानमालिक पर आरोप लगाकर फांसी पर झूला छात्र

Barabanki News : पॉलीटेक्टिक छात्र ने सुसाइड नोट में मकान मालिक की प्रताड़ना से तंग आकर आत्‍महत्‍या करने की बात लिखी है. इतना ही नहीं छात्र ने व्‍हाट्सऐप स्‍टेटस पर मकान मालिक पर गंभीर आरोप लगाए हैं. 

Barabanki Police

Barabanki News : बाराबंकी में किराये पर रह रहे पॉलीटेक्निक छात्र ने फांसी लगाकर आत्‍महत्‍या कर ली. पॉलीटेक्टिक छात्र ने सुसाइड नोट में मकान मालिक की प्रताड़ना से तंग आकर आत्‍महत्‍या करने की बात लिखी है. इतना ही नहीं छात्र ने व्‍हाट्सऐप स्‍टेटस पर मकान मालिक पर गंभीर आरोप लगाए हैं. बाराबंकी पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है. 

इसलिए उठाया खौफनाक कदम
दरअसल, सीतापुर के गोपालपुर निवासी जयदीप जैदपुर थाना क्षेत्र के बरैया चौराहे के पास किराये के कमरे में रह रहा था. जयदीप राजकीय पॉलिटेक्निक जुगुनिया डीह में केमिकल इंजीनियरिंग डिप्लोमा का प्रथम वर्ष का छात्र था. शुक्रवार सुबह उसका शव कमरे में संदिग्ध अवस्था में फांसी के फंदे पर लटकता मिला. शव देखकर हड़कंप मच गया. सूचना पुलिस को दी गई. सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्‍जे में लेकर पोस्‍टमार्टम के लिए भेज दिया. 

मकान मालिक पर प्रताड़ना का आरोप 
जयदीप ने सुसाइड नोट में मकान मालिक लक्ष्मी नारायण पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है. परिजनों का आरोप है कि जयदीप ने आत्महत्या से पहले व्हाट्सएप्प पर स्टेटस भी लगाया, जिसमें उसने मकान मालिक पर गंभीर आरोप लगाए. उसमें उसने लिखा कि मकान मालिक की टेंशन वह झेल नहीं पा रहा है. इसकी वजह से वह पढ़ाई भी नहीं कर पा रहा है. परिजनों के मुताबित, मकान मालिक लक्ष्मी नारायण कमरे का पंखा नहीं चलने देते था. इसके अलावा अन्य तरह से भी वह जयदीप को परेशान करता था. 

पॉलीटेक्निक कॉलेज में नहीं मिला था हॉस्‍टल 
जयदीप के साथी छात्रों का आरोप है कि पॉलीटेक्निक के हॉस्टल में रूम न मिलने पर उन लोगों को मजबूर होकर बाहर किराये पर रहना पड़ता है, जहां मकान मालिक परेशान करते हैं. जबकि कालेज प्राचार्य का कहना है कि यह संस्था नई है और 2021 में ही स्थानांतरित हुई है. कालेज में दो छात्रावास अधूरे पड़े हैं. इसके चलते छात्रों को बाहर किराये पर रहना पड़ता है. उन्होंने बताया कि वह लगातार जनप्रतिनिधियों और शासन स्तर पर बजट की मांग कर रहे हैं. इससे दोनों छात्रावासों का निर्माण पूरा हो जाए और छात्रों को बाहर न रहना पड़े. सीईओ सदर सुमित त्रिपाठी का कहना है कि पूरे मामले की जांच पड़ताल की जा रही है. 

हेल्पलाइन : जीवन अनमोल है. किसी को भी किसी भी कारण हताशा, निराशा या डिप्रेशन हो तो कोई भी गलत कदम उठाने से पहले सरकार के हेल्‍पलाइन नंबर +91 9630899002, +91 7389366696 पर संपर्क करें.

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