Lok Sabha Election 2024: बीजेपी से गठबंधन करने के बाद रालोद ने यूपी से 2 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. RLD ने बागपत से डॉक्टर राजकुमार सांगवान को अपना उम्मीदवार बनाया है. जानें कौन हैं डॉ राजकुमार सांगवान?....
Trending Photos
RLD Candidate Dr Rajkumar sangwan: राष्ट्रीय लोकदल ने उत्तर प्रदेश में उनको मिली दो लोकसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं. राष्ट्रीय लोक दल ने लोकसभा की जिन दो सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा की है, वो उसे बीजेपी के साथ गठबंधन में मिली हैं. इससे पहले समाजवादी पार्टी से जब उनके गठबंधन की बात चल रही थी तो उन्हें सात सीटें ऑफर की गई थीं. जयंत चौधरी की अगुवाई वाली रालोद ने बिजनौर से चंदन चौहान को लोकसभा प्रत्याशी बनाया है. बागपत से राजकुमार सांगवान आरएलडी के लोकसभा प्रत्याशी होंगे. यहां आगे जानें कौन हैं डॉ राजकुमार सांगवान जिन पर जयंत चौधरी ने जताया भरोसा...
विस्तार से-
बागपद लोकसभा सीट चौधरी परिवार की परंपरागत सीट रही है. पिछले दो चुनावों में RLD को यहां से लगातार हार का सामना करना पड़ रहा है. जाटलैंड में अपने बजूद को बचाए रखने के लिए रालोद ने बीजेपी से गठबंधन किया है. इस गठबंधन के तहत रालोद को यूपी में दो सीटें दी गई हैं. राष्ट्रीय लोकदल ने सोमवार को जारी उम्मीदवारों की लिस्ट में बागपत से राजकुमार सांगवान तो बिजनौर से चंदन चौहान को टिकट दिया है. रालोद के संस्थापक चौधरी चरण सिंह का आशीर्वाद लेकर राजनीति में आने वाले डॉ राजकुमार सांगवान को उनके पुत्र जयंत चौधरी ने लोकसभा चुनाव 2024 का टिकट दिया है. डॉ राजकुमार सांगवान मेरठ के रहने वाले हैं. छात्र और किसानों की राजनीति करने वाले डॉ. राजकुमार सांगवान जमीनी राजनीति के लिए जाने जाते रहे हैं.
ये खबर भी पढ़ें- Bijnor Loksabha Seat: बागपत से RLD ने क्यों 28 साल के चंदन चौहान को मैदान में उतारा, पिता विधायक और दादा रहे डिप्टी सीएम
समर्पित कार्यकर्ता
डॉ. राजकुमार सांगवान की प्रारंभिक शिक्षा मेरठ से ही हुई है. उन्होंने मेरठ कॉलेज से एमए किया है. डॉ राजकुमार सांगवान ने चौधरी चरण सिंह के ऊपर पीएचडी की है. वह मेरठ कॉलेज में इतिहास के प्रोफेसर रह चुके हैं. डॉ सांगवान ने 1980 में पहली बार बागपत के माया त्यागी कांड के कारण हुए आंदोलन में जेल गए. इसके अलावा वे कई बार छात्र और किसान आंदोलनों में जेल गए हैं. उन्होंने पार्टी के लिए पूरा जीवन समर्पित कर दिया और विवाह तक नहीं किया. कई बार दूसरी पार्टी से टिकट के लिए ऑफर मिला लेकिन उन्होंने ये कहते हुए इनकार कर दिया कि चौधरी चरण सिंह से प्रेरित होकर राजनीति में आए, आजीवन पार्टी नहीं छोड़ेंगे. डॉ. राजकुमार सांगवान 1982 में पहली बार मेरठ में रालोद का जिला उपाध्यक्ष बनाया गया. इसके बाद पार्टी में उनका कद बढ़ाते हुए साल 1986 में छात्र रालोद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया. फिर 1990 में मेरठ के युवा रालोद के जिलाध्यक्ष भी रहे. वर्ष 1995 में उन्हें झारखंड और बिहार का चुनाव प्रभारी बनाया गया. वह प्रदेश महामंत्री और प्रदेश संगठन महामंत्री के पदों पर भी रहे. वर्तमान में वह रालोद के राष्ट्रीय सचिव हैं. डॉ सांगवान पर पार्टी ने एक बार फिर भरोसा किया है.