आंचल फैलाकर अपने मंगलसूत्र की रक्षा मांग रही, जौनपुर से बसपा प्रत्‍याशी श्रीकला सिंह ने पीएम मोदी से की ये अपील
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आंचल फैलाकर अपने मंगलसूत्र की रक्षा मांग रही, जौनपुर से बसपा प्रत्‍याशी श्रीकला सिंह ने पीएम मोदी से की ये अपील

Jaunpur Lok Sabha Seat : श्रीकला सिंह ने कहा कि मेरे पति का गुनाह सिर्फ इतना है कि वह निर्भीक हैं, आपकी लड़ाई में उन्‍होंने कभी समझौते नहीं किया. 

Shrikala Singh

अजीत सिंह/जौनपुर : पूर्व सांसद धनंजय सिंह को बरेली जेल शिफ्ट किए जाने के बाद उनकी पत्‍नी व बसपा प्रत्‍याशी श्रीकला सिंह ने प्रेस कॉन्‍फ्रेंस किया. इस दौरान श्रीकला सिंह ने कहा कि यह धर्म युद्ध है, एक बहू के सिन्दूर को बचाने का समय है. उन्होंने अभय सिंह का नाम लिए बिना कहा कि मेरे पति (धनंजय सिंह) पर जिन लोगों ने जानलेवा हमला किया था, वह लोग आज सत्‍ता के पाले में हैं. ये सब देखकर मुझे डर है कि ये लोग मेरे पति की हत्या का प्रयास कर सकते हैं, उनको किसी और फर्जी मुकदमों में फंसा सकते हैं. 

जौनपुर के लोगों की सेवा करना गुनाह है क्‍या? 
श्रीकला सिंह ने कहा कि मेरे पति का गुनाह सिर्फ इतना है कि वह निर्भीक हैं, आपकी लड़ाई में उन्‍होंने कभी समझौते नहीं किया. उन्होंने बिना रुके, बिना थके जौनपुर के लोगों की सेवा की है और जब आपकी आवाज को सदन तक पहुंचाने के लिए चुनाव लड़ने का फैसला किया तो उन पर फर्जी मुकादमे लगा दिए गए. भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ाई को कोई और रूप दिया जा रहा है. 

मेरे मंगलसूत्र पर संकट 
उन्होंने कहा कि आज मैं देश के प्रधानमंत्री से पूछना चाहती हूं कि विपक्ष की सरकार बनने पर आप मंगलसूत्र छीन जाने की बात करते हैं, आज आपकी सरकार में ही मेरे मंगल सूत्र पर संकट है. क्या आपका ध्यान उस पर नहीं जाएगा? क्या यहां जनता की सेवा में अपना सर्वस्व न्योछावर करने के बाद चुनाव लड़ने की इच्छा रखना गुनाह है?, आज मैं पुरुषार्थ और जज्बे की धरती जौनपुर के परिवारजन से पूछना चाहती हूं कि क्या आप अपने बेटे की अन्याय के विरूद्ध इस लड़ाई में उनका साथ नहीं देंगे?

यह लड़ाई जौनपुर के हर आदमी की 
अब आज के बाद ये लड़ाई सिर्फ मेरी नहीं है, अब ये लड़ाई जौनपुर के हर एक व्यक्ति को लड़नी है. ये लड़ाई किसी एक जाति या धर्म की नहीं होगी, ये लड़ाई होगी अपनी बहू के सिन्दूर को बचाने की, आपके अपने बेटे की जान को बचाने की और जौनपुर का सम्मान बचाने की. आप सबके सामने मैं अपना आंचल फैलाती हूं कि अपना प्यार, आशीर्वाद और साथ मेरी झोली में डाल दीजिए. मैं आपके बिना कुछ भी नहीं हूं, आपका आशीर्वाद और साथ ही हमेशा से आपके बेटे की ताकत बनी हुई है. 

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