Kanpur News: आठवीं फेल मास्टरमाइंड ने MBA पास के साथ मिलकर किया, करोड़ों का साइबर फ्रॉड, चार गिरफ्तार
Advertisement
trendingNow0/india/up-uttarakhand/uputtarakhand2473680

Kanpur News: आठवीं फेल मास्टरमाइंड ने MBA पास के साथ मिलकर किया, करोड़ों का साइबर फ्रॉड, चार गिरफ्तार

Kanpur Hindi News: कानपुर में साइबर क्राइम टीम ने शेयर मार्केट में निवेश के नाम पर करोड़ों की साइबर ठगी करने वाले चार शातिरों को गिरफ्तार किया है. वाट्सएप और टेलीग्राम के माध्यम से लोगों को शेयर मार्केट में मुनाफे का लालच देकर ठगते थे.

 

Kanpur News

Kanpur News: यूपी के कानपुर में साइबर ठगी का बड़ा मामला सामने आया है, जिसमें एक आठवीं फेल मास्टरमाइंड और एक MBA पास व्यक्ति ने मिलकर एक गैंग बना लिया था. यह गैंग शेयर बाजार में निवेश के नाम पर भारी मुनाफे का झांसा देकर लोगों से ठगी कर रहा था. 

फर्जी बैंक खाते खोलकर करोड़ों रुपये की हैराफेरी 
देश के कई राज्यों से इनकी शिकायतें आई थीं. साइबर क्राइम टीम ने इस गैंग के चार शातिर सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों ने फर्जी फर्म के नाम से बैंक खाते खोलकर करोड़ों रुपये का लेन-देन किया करते थे. उनके पास से मोबाइल, लैपटॉप, एटीएम स्वाइप मशीन और कई फर्जी दस्तावेज बरामद किए गए हैं.

शेयर मार्केट में निवेश के नाम पर लिए करोड़ों
विनोद कुमार, जो कानपुर के कैंट इलाके के निवासी हैं, को इस गैंग ने व्हाट्सएप के जरिए संपर्क किया. उन्हें एक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया और शेयर मार्केट में निवेश कर भारी मुनाफे का लालच दिया गया. इस लालच में आकर विनोद ने टेलीग्राम ग्रुप में भी सदस्यता ली. ठगों ने उनसे समय-समय पर निवेश के नाम पर कुल 1 करोड़ 78 लाख 85 हजार रुपये ले लिए और फिर उन्हें ग्रुप से हटा दिया. जब विनोद को ठगी का अहसास हुआ, तो उन्होंने 20 जून 2024 को साइबर क्राइम थाने में एफआईआर दर्ज कराई.

मुनाफे के तौर पर छोटी रकम देकर विश्वास जीते
इस गैंग की ठगी का तरीका यह था कि ये ठग सोशल मीडिया से लोगों के मोबाइल नंबर निकालकर उन्हें अपने बनाए फर्जी व्हाट्सएप ट्रेडिंग ग्रुप में जोड़ते थे. ग्रुप में उनके अपने सक्रिय सदस्य होते थे, जो फर्जी लाभ के संदेश भेजते थे. इससे अन्य सदस्य प्रभावित होकर खुद ही निवेश के लिए संपर्क करते थे. शुरू में कुछ सदस्यों को छोटी रकम मुनाफे के तौर पर देकर विश्वास जीता जाता था. बाद में उन्हें टेलीग्राम ग्रुप में जोड़कर भारी मुनाफे का लालच दिया जाता था, और इस तरह करोड़ों रुपये की ठगी की जाती थी.

इसे भी पढे़: Fatehpur News: फतेहपुर में मजदूर की बेटी बनी डीएम तो अफसरों को धड़ाधड़ सुनाए फरमान

 

Trending news