LPGG vs PNG: गैस सिलेंडर और गैस पाइपलाइन दोनों का ही घरेलू और कमर्शियल कामकाज के लिए व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है. दोनों के अपने फायदे और सीमाएं हैं. नीचे दी गई जानकारी पढ़कर आप अपने लिए विकल्प चुन सकते हैं.
गैस पाइपलाइन अत्यधिक सुविधाजनक है क्योंकि इसमें लगातार गैस का इस्तेमाल कर सकते हैं. सिलेंडर कम सुविधाजनक है क्योंकि सिलेंडर खत्म होने पर दूसरा सिलेंडर लगाना होता है.
गैस पाइपलाइन लंबे समय में अधिक लागत प्रभावी है क्योंकि यह डिलीवरी शुल्क को समाप्त करती है और बिचौलियों पर निर्भरता को कम करती है. हालांकि शुरू में लगाने में खर्च रहता है. वहीं सिलेंडर डिलीवरी, रिफिलिंग के चलते महंगा पड़ जाता है.
गैस पाइपलाइन आम तौर पर सुरक्षित होती है क्योंकि इसे सुरक्षा का ध्यान रखते हुए इंस्टॉल किया जाता है. इसमें रिसाव का जोखिम भी कम रहता है. गैस सिलेंडर अपेक्षाकृत कम सुरक्षित है. इसमें रिसाव, दुर्घटना या विस्फोट का जोखिम अधिक रहता है.
गैस पाइपलाइन हर जगह नहीं पहुंच सकती है. आमतौर पर यह शहरों में इस्तेमाल होती है. वहीं सिलेंडर का इस्तेमाल पूरे देश में हर जगह होता है.
गैस पाइपलाइन को इंस्टॉल करने और मेंटीनेंस की जरूरत होती है. वहीं सिलेंडर में इतने रखरखाव की जरूरत नहीं है.
गैस पाइपलाइन पोर्टेबल नहीं है. वहीं सिलेंडर पोर्टेबल है . इसे आप कहीं भी कभी ले जा सकते हैं.
गैस पाइपलाइन पर्यावरण के अनुकूल है क्योंकि इसमें परिवहन और भंडारण की आवश्यकता नहीं है.
गैस पाइपलाइन में आप गैस का लगातार इस्तेमाल कर सकते हैं. गैस खत्म हो जाएगी ये डर नहीं रहता. वहीं गैस सिलेंडर को रिफिल करवाना होता है.
गैस पाइपलाइन को लगाने के लिए अधिक खर्च लगता है लेकिन ये खर्चा बस आपको शुरू में करना होता है. वहीं गैस सिलेंडर में कोई सेटअप का खर्चा नहीं. इसे फौरन इस्तेमाल किया जा सकता है.
जहां पाइपलाइन घरों, उद्योगों और लगातार गैस उपयोग के लिए आदर्श हैं वहीं गैस सिलेंडर ग्रामीण क्षेत्रों, अस्थायी सेटअप के लिए बेहतर हैं.