अगर आप किसी जरूरी काम या मजबूरी की वजह से अपने EPFO अकाउंट से पैसा निकालने जा रहे हैं तो यह खबर आप ही के लिए है क्योंकि EPFO ने पैसा निकासी के नियम बदल दिये हैं.
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EPFO Withdrawl Rule 2024: नौकरीपेशा लोगों की सैलरी का एक हिस्सा हर महीने ईपीएफओ (EPFO)में जमा होता है. आमतौर सैलरी से ईपीएफओ अकाउंट में जमा किया जाने वाला यह पैसा रिटायरमेंट के बाद इस्तेमाल के लिए होता है, लेकिन अगर आपको पैसे की कोई खास जरूरत आन पड़ती है तो आप अपने ईपीएफओ फंड से आंशिक निकासी भी कर सकते हैं. हाल ही में ईपीएफओ ने निकासी के नियमों में बदलाव किए हैं, जिनके बारे में हर कर्मचारी को जानना चाहिए.
ईपीएफओ के नए नियमों के अनुसार, आंशिक निकासी कुछ खास परिस्थितियों में ही की जा सकती है.
किस स्थिति में कर सकते हैं निकासी ?
1. शिक्षा: बच्चों की पढ़ाई के लिए.
2. शादी: अपने या परिवार के किसी सदस्य की शादी के लिए.
3. घर खरीद या निर्माण: घर खरीदने या बनवाने के लिए.
4. इलाज: गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए.
रिटायरमेंट से पहले निकासी के नियम
1. रिटायरमेंट से 1 साल पहले ईपीएफ अकाउंट से 90% तक राशि निकाली जा सकती है. इसके लिए मेंबर की उम्र 54 साल से ज्यादा होनी चाहिए.
2. यदि कर्मचारी की कंपनी में छंटनी हो जाती है और वह बेरोजगार हो जाता है, तो वह ईपीएफ फंड से निकासी कर सकता है.
- ऐसे में एक महीने की बेरोजगारी पर 75% तक निकासी कर सकते हैं.
- 2 महीने की बेरोजगारी पर पूरी राशि निकासी की अनुमति है.
3. नई नौकरी लगने के बाद बची हुई राशि को नए ईपीएफ अकाउंट में ट्रांसफर किया जा सकता है.
टैक्स बेनिफिट और टीडीएस के नियम
1. यदि कर्मचारी ने लगातार 5 साल तक ईपीएफ में योगदान किया है, तो निकासी पर टैक्स छूट मिलती है.
2. 50,000 रुपये से कम की निकासी पर टीडीएस नहीं कटता।
3. पैन कार्ड जमा करने पर 10% टीडीएस और पैन कार्ड न होने पर 30% टीडीएस कटता है.
आंशिक निकासी के लिए कहां करें आवेदन ?
1. ईपीएफ फंड से आंशिक निकासी के लिए आप ईपीएफ पोर्टल या उमंग ऐप के जरिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं.
2. आवेदन के बाद नियोक्ता की मंजूरी मिलते ही पैसा आपके बैंक खाते में आ जाएगा.
3. निकासी की प्रक्रिया के दौरान आप अपने आवेदन का स्टेटस भी पोर्टल पर चेक कर सकते हैं.
पैसे निकालने की प्रक्रिया में इन बातों का रखें ध्यान
ईपीएफ फंड से पैसे निकालने के लिए सभी दस्तावेज सही और अपडेटेड रखें. पैन कार्ड और बैंक डिटेल्स सुनिश्चित करें कि पोर्टल पर सही से लिंक हों. नई जॉब लगने पर बचे फंड को ट्रांसफर करना न भूलें, जिससे आपका भविष्य सुरक्षित बना रहे.
गौरतलब है कि ईपीएफओ के ये नियम कर्मचारियों को उनकी जरूरत के समय मदद करने के लिए हैं. इन्हें समझकर आप अपनी योजनाओं को बेहतर तरीके से संभाल सकते हैं.
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