स्लाटरहाउस पर दिखा बाबा बुलडोजर का कहर, गाजियाबाद से कानपुर-उन्नाव तक एक्शन
Advertisement
trendingNow0/india/up-uttarakhand/uputtarakhand2516279

स्लाटरहाउस पर दिखा बाबा बुलडोजर का कहर, गाजियाबाद से कानपुर-उन्नाव तक एक्शन

Lucknow News: उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद तीन बूचड़खानों को बिना कानूनी अनुमति के दी गई एनओसी को अब रद्द किया जाएगा. इनमें से दो बूचड़खाने उन्नाव में हैं तो वहीं एक गाजियाबाद में स्थित है. पढ़िए पूरी खबर ... 

UP News

UP News: उत्तर प्रदेश में अवैध बूचड़खानों के संचालन का मामला सामने आया है. जिसमें सीएम योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद तीनों को बिना कानूनी अनुमति के दी गई एनओसी को अब रद्द किया जाएगा. इन बूचड़खानों को राज्य स्तरीय समिति की स्वीकृति के बिना प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से अवैध रूप से एनओसी प्रदान की गई थी. जैसे ही मामला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक पहुंचा, इसके बाद बोर्ड से लेकर पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग तक में हड़कंप मच गया. जिसके बाद से कई अधिकारियों पर कार्रवाई हो चुकी है और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने इन बूचड़खानों को नोटिस भी जारी कर दिया है. फिलहाल उनकी एनओसी को निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. 

अवैध बूचड़खानों पर सख्त रोक 
आपको बता दें कि योगी सरकार ने राज्य में सभी अवैध बूचड़खानों पर सख्त रोक लगा दी थी. जिसके बाद से ही स्लाटर हाउस का लाइसेंस प्राप्त करने की प्रक्रिया भी अब आसान नहीं है. इसपर निगरानी रखने की जिम्मेदारी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की थी. लेकिन बोर्ड के कुछ अधिकारियों ने इसे अपनी कमाई का साधन बना लिया.

सीएम के पास पहुंची शिकायत
यह मामला तब उजागर हुआ जब मुख्यमंत्री के पास शिकायत पहुंची. यह विवाद उन्नाव के एओवी प्राइवेट लिमिटेड, अलहक फूड्स प्राइवेट लिमिटेड और गाजियाबाद के अल नासिर स्लाटर हाउस के एनओसी से जुड़ा था. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने नियमों की अनदेखी करते हुए इन बूचड़खानों को अवैध रूप से एनओसी जारी कर दी थी.

जांच के बाद हुई कार्रवाई
शिकायत मिलने के बाद मामले की जांच शुरू की गई. बोर्ड के एक पांच सदस्यीय दल ने पूरी जांच की. जिसके बाद यह मामला पूरी तरह से खुलकर सामने आ गया. जांच के दौरान बोर्ड के मुख्य पर्यावरण अधिकारी (प्रशासन) विवेक राय और क्षेत्रीय पर्यावरण अधिकारी अनिल माथुर को निलंबित किया जा चुका है. साथ ही, बोर्ड के तत्कालीन अध्यक्ष और पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के अपर मुख्य सचिव मनोज सिंह, उनके प्रधान निजी सचिव राजीव कुमार और सचिव आशीष तिवारी को भी उनके पदों से हटा दिया गया है. इस मामले में और भी कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है.

और पढ़ें - एक मीटर साड़ी खा गए, डिनर सेट का वजन आधा...सामूहिक विवाह योजना में पकड़ा गया खेल

और पढ़ें - खनन माफियाओं ने महिला अफसर से की छेड़छाड़, महिला आयोग ने सुनी पीड़िता की कहानी

उत्तर प्रदेश की नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहाँ पढ़ें UP News in Hindi और पाएं Latest Lucknow News Hindi की हर पल की जानकारी. उत्तर प्रदेश की हर ख़बर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार. जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड!

Trending news