बारिश-भूस्खलन से आफत! रुद्रप्रयाग में 20 से ज्यादा मोटरमार्ग बंद, जरूरी सामान के लिए करना पड़ रहा लंबा सफर
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बारिश-भूस्खलन से आफत! रुद्रप्रयाग में 20 से ज्यादा मोटरमार्ग बंद, जरूरी सामान के लिए करना पड़ रहा लंबा सफर

कई ग्रामीण क्षेत्र ऐसे हैं, जिनका पिछले एक माह से जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है. लिंक मोटरमार्गों पर जगह-जगह मलबा आया हुआ है, जिस वजह से लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. 

100 से ज्यादा गांवों के ग्रामीण पैदल आवाजाही करने को मजबूर हैं.

रुद्रप्रयाग: पहाड़ों पर हो रही भारी बारिश और भूस्खलन ने रुद्रप्रयाग वासियों की दिक्कतें बढ़ा दी हैं. ग्रामीण क्षेत्रों को जोड़ने वाले 20 से ज्यादा मोटरमार्ग बंद पड़े हैं. जिले के दूरस्थ क्षेत्र पूर्वी बांगर को जोड़ने वाला छेनागाड़-बक्सीर मोटरमार्ग पिछले एक महीने से बंद पड़ा है. गदेरे उफान पर हैं और सड़कों पर सैलाब आया हुआ है. बांगर क्षेत्र के लोग कई किलोमीटर का सफर पैदल तय कर अपनी जरूरतों का सामान जोड़ रहे हैं.

कई ग्रामीण क्षेत्र ऐसे हैं, जिनका पिछले एक माह से जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है. लिंक मोटरमार्गों पर जगह-जगह मलबा आया हुआ है, जिस वजह से लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन का ध्यान सिर्फ बद्रीनाथ और केदारनाथ हाईवे को सुचारू करने में है, इस ओर कोई ध्यान ही नहीं दे रहा है. मोटरमार्ग बंद होने की दिशा में जिले के 100 से ज्यादा गांवों के ग्रामीण पैदल आवाजाही करने को मजबूर हैं.

पूर्वी बांगर क्षेत्र के छेनागाड़-बक्सरी मोटरमार्ग पर तेज बहाव में गदेरा बह रहा है. पुल न होने की वजह से मजबूरी में लोगों को सड़क पर बह रहे गदेरों से जान जोखिम में डालकर वाहनों को ले जाना पड़ रहा है. जिले में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना और लोक निर्माण विभाग की सडकें भी बंद पड़ी हैं.

उधर, जिलाधिकारी ने बंद पड़े लिंक मोटरमार्गों को खोलने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने बताया कि जगह-जगह जेसीबी मशीन भिजवाई गई हैं. मानसून सीजन को देखते हुए पहले ही स्वास्थ्य केन्द्रों में दवाईयों की व्यवस्था कर दी गई है. ग्रामीणों को परेशानी ना हो इसके लिए दुकानों में पर्याप्त मात्रा में राशन पहुंचवा दिया गया है.

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