नोएडा में नशे के काले कारोबार का खुलासा, मशहूर यूनिवर्सिटी के छात्रों तक ऑनलाइन पहुंचती थी ड्रग्स
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नोएडा में नशे के काले कारोबार का खुलासा, मशहूर यूनिवर्सिटी के छात्रों तक ऑनलाइन पहुंचती थी ड्रग्स

Noida Drugs Racket : क्या नोएडा को उड़ता पंजाब बनाने की साजिश चल रही है? रविवार को नोएडा पुलिस ने ड्रग्स गिरोह में शामिल पांच लड़कों को गिरफ्तार किया है. इस खुलासे से दिल्ली एनसीआर के मां-बाप भी चिंतित होंगे. कहीं उनका लाडला और पापा की परियां नशे के सौदागारों के निशाने पर तो नहीं हैं. 

नोएडा में नशे के काले कारोबार का खुलासा, मशहूर यूनिवर्सिटी के छात्रों तक ऑनलाइन पहुंचती थी ड्रग्स

गौतमबुद्ध नगर : नोएडा पुलिस ने एक ड्रग रैकेट का पर्दाफाश किया है. एमिटी यूनिवर्सिटी के पास ड्रग के रैकेट का भंडाफोड़ किया गया है. पुलिस ने विदेशी गांजा और चरस के साथ पांच को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि यह गिरफ्तारी दो महीने पहले नवंबर में नौ आरोपियों से गिरफ्तारी के बाद पूछताछ के बाद मिले सुराग के बाद हुई है. पुलिस और भी आरोपियों को तलाश कर रही है.

हैरानी की बात ये है कि ड्रग की तस्करी में पकड़े गए सभी आरोपी बड़े शैक्षणिक संस्थानों से हैं. यानी ड्रग माफिया दिल्ली-एनसीआर में यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को गिरफ्त में ले रहे हैं. शनिवार को थाना सेक्टर-126 नोएडा पुलिस ने एमिटी यूनिवर्सिटी और नोएडा-दिल्ली स्थित अन्य शैक्षिक संस्थानों के स्टूडेंट्स और अन्य को ड्रग्स सप्लाई करने वाले गिरोह का खुलासा किया. इस मामले में पुलिस ने एमिटी यूनिवर्सिटी के छात्र सहित पांच को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के पास से देशी एवं विदेशी ड्रग बड़ी मात्रा में मिले हैं. ऐसा नहीं है कि एमिटी यूनिवर्सिटी के पास ड्रग सप्लाई के गिरोह का भंडाफोड़ की यह पहली वारदात है. इसके पहले भी एमिटी यूनिवर्सिटीमें ड्रग गिरोह के खुलासे हो चुके हैं.

पुलिस उपायुक्त (नोएडा) हरिश चंदर के मुताबिक ''पिछले मामले में गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ की थी. आरोपियों से पूछताछ के बाद मिले सुराग के आधार पर पुलिस ने जाल बिछाया था.'' अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त मनीष मिश्रा एवं एसीपी रजनीश वर्मा के नेतृत्व में सेक्टर 126 पुलिस थाने की एक टीम इस मामले में लगातार एक्टिव थी.

गिरफ्तार किए गए आरोपियों में सागर बीकॉम पासआउट है. वहीं चेतन एमिटी यूनिवर्सिटी का छात्र बताया जा रहा है. सचिन और हर्ष नामक आरोपी आईटीआई से पढ़कर निकले हैं. जबकि एक निशांत नामक युवक डिलीवरी हेड है.

गिरोह को संचालित करने के लिए फ्लिपकार्ट, अमेजन के रैपर में ड्रग्स भरकर स्टूडेंट्स के रूम तक डिलीवरी की जाती है. पॉर्टर एप पर लेते थे ऑर्डर. आरोपियों के पास से 13 केजी गांजा, 60 ग्राम विदेशी ड्रंग्स, 7 मोबाइल, लैपटॉप रिकवर हुआ है.

 

 

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