Abbas Ansari and Nikhat Bano Meeting: अब्बास और निखत की मुलाकात मामले को लेकर चित्रकूट पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने बताया कि अब्बास अंसारी पत्नी से मुलाकात के लिए जेलर से लेकर कैंटीन सप्लायर तक को पैसों का लालच देता था.
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Abbas Ansari and Nikhat Bano Meeting: चित्रकूट: चित्रकूट जिला कारागार में विधायक अब्बास अंसारी (Abbas Ansari) और उसकी पत्नी निखत (Nikhat Bano) की अवैधानिक मुलाकात मामले में चित्रकूट पुलिस और एसआईटी टीम ने बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस टीम ने तत्कालीन जेल अधीक्षक अशोक सागर, जेलर संतोष कुमार और वार्डन जगमोहन को गिरफ्तार कर लिया है. इन तीनों को पुलिस ने 3 दिन पहले हिरासत में लिया था. इनसे पूछताछ कर साक्ष्य जुटाए जा रहे थे.
अब तक गिरफ्तार हो चुके 8 लोग
पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि तीनों लोगों को सोमवार को गिरफ्तार कर लखनऊ अदालत में पेश करने के लिए भेज दिया गया है. उन्होंने बताया कि इस मामले में अभी तक पुलिस द्वारा 8 गिरफ्तारियां की जा चुकी हैं. जिसमें जेल अधीक्षक अशोक सागर, जेलर संतोष कुमार, डिप्टी जेलर चंद्रकला और वार्डन जगमोहन के अलावा सपा नेता फराज खान, कैंटीन सप्लायर नवनीत सचान, विधायक अब्बास अंसारी की पत्नी निखत बानो और उसका ड्राइवर नियाज शामिल हैं.
अब्बास ने दिया था पैसे का प्रलोभन
पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने खुलासा करते हुए बताया कि जेल अधीक्षक, जेलर और वॉर्डन की स्पष्ट भूमिका थी. जिसमें अब्बास अंसारी द्वारा इनको पैसों का प्रलोभन दिया गया था. सात फरवरी को आखिरी बार ₹600000 दिया गया था. जो वार्डन, सप्लायर से लेकर जेल अधीक्षक और जेलर तक में बांटे गए थे. इनकी निशानदेही पर जेल अधीक्षक के पास से ₹400000 और जेलर के पास से ₹180000 बरामद किए गए हैं. इसके साथ ही जेलर द्वारा एक नई गाड़ी खरीदी गई थी, जिसके लिए अब्बास ने पैसे दिए थे. इस गाड़ी को भी सीज कर दिया गया है.
अब्बास-निखत की मुलाकात के दौरान कर दिया जाता था पावर कट
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि 10 फरवरी को छापे के दौरान भी वार्डन जगमोहन को गेट पर तैनात किया गया था. छापा पड़ने के दौरान जगमोहन द्वारा तत्काल जेल में दाखिल होकर विधायक अब्बास अंसारी को उस कमरे से निकाला गया था, जहां निखत और अब्बास अवैधानिक तरीके से मुलाकात कर रहे थे. इसके अलावा सीसीटीवी फुटेज को लेकर भी जांच की जा रही है, जिसमें निखत और अब्बास की मुलाकात के दौरान जेल के जनरेटर बंद कर दिए जाते थे. पावर कट कर दिया जाता था. ताकि सीसीटीवी फुटेज का रिकॉर्ड ना मिल सके.
जारी है जांच
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि तीनों को गिरफ्तार कर लखनऊ भेज दिया गया है. जहां कोर्ट में पेशी के बाद इन्हें जेल भेज दिया गया है. इस मामले में अभी भी कई टीमें जांच कर रही हैं. साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं. आगे खुलासा होने पर और भी गिरफ्तारियां की जा सकती हैं.
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