Bareilly News: बरेली में जुलूस के रास्तों को लेकर बड़ा फैसला, 20 घंटे से मची रार के बाद निकला समाधान
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Bareilly News: बरेली में जुलूस के रास्तों को लेकर बड़ा फैसला, 20 घंटे से मची रार के बाद निकला समाधान

Bareilly New: बरेली में ईद मिलादुन्नबी के मौके पर पुराना शहर से जो जूलुस निकलता है उसके रास्ते को लेकर विवाद 20 घंटे बाद खत्म हुआ. इसे लेकर बड़ा फैसला लिया गया है.

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बरेली: बरेली में एक बार फिर से विवाद का मामला सामने आया है. दरअसल, पुराना शहर से ईद मिलादुन्नबी के मौके पर निकलने वाले जुलूस को लेकर शहर में विवाद शुरू हो गया और अब 20 घंटे से मची रार रविवार शाम को आखिरकार थम गई. मामला शनिवार का है जब देर रात तक लगातार पुलिस व मुस्लिम समुदाय से जुड़े जिम्मेदार लोग विवाद को खत्म करने को लेकर बातचीत कर रहे थे जिसका हल निकल गया. अब अल्पसंख्यक आबादी बाहुल्य बस्ती के दूसरे रास्ते से जुलूस गुजरेगा. दोनों पक्षों की सहमति पर अफसरों ने मुहर लगाई और अब लिखापढ़ी के बाद अंजुमन रवाना कर दी जाएंगी.

बीते साल से विवाद 
मामला रास्ते से जुलूस निकालने को लेकर विवादित हो गया था और दोनों पक्षों की तनातनी बढ़ रही थी लेकिन फंसा पेंच सुलझा लिया गया है. दरअसल, पुराना शहर से निकलने वाले जुलुस-ए-मोहम्म्दी निकलाने के समय मीरा की पैठ पर रास्ते को लेकर बीते साल से विवाद बना हुआ था लेकिन अब हल निकालने के शांतिपूर्व जूलूस निकाले जाने उम्मीद है. दो समुदाय के लोगों में तनातनी के बाद पिछली साल जगतपुर में भारी फोर्स लगाकर जुलूस निकाला पड़ा था. 

22 अंजुमनों का यही परंपरागत रास्ता
दरगाह आला हजरत, इत्तेहादुल मुस्लिमीन के साथ ही तमाम अंजुमनों के जिम्मेदार बीती रात थाना बारादरी ओर अन्य जगहों पर इस संबंध में बातचीत की. इत्तेहादुल मुस्लिमीन के महासचिव अंजुम शमीम ने इस संबंध में जानकारी दी है कि पुलिस अधिकारियों से इस संबंध में लगातार बातचीत की गई. मामला जगतपुर चौराहे से होते हुए करीब की गली है जोकि करीब 22 अंजुमनों का यही परंपरागत रास्ते के रूप में इस्तेमाल किया जाता रहा है. 

जुलूस वाली अंजुमनों को अभी के लिए रोका गया 
पिछले साल ही इस रास्ते पर विरोध किया गया था. कुछ लोगों द्वारा इस रात्से पर विरोध किया गया था लेकिन प्रशासन द्वारा इस बार रोक लगाई गई. उन अंजुमनों के लिए कोई नया रास्ता जब तक प्रशासन द्वारा तय नहीं किया गया था तब तक के लिए दरगाह आला हजरत के जिम्मेदारों ने घोषणा किया था कि अंजुमनों को जब तक परंपरागत रास्ता जुलूस में शामिल होने के लिए न दिया जाए तब तक ना पुराने शहर का जुलूस निकाला जाएगा और न तो नये शहर का जुलूस सोमवार को निकालेंगे. हालांकि बातचीत के बाद अब इसका समाधान निकाल लिया गया.

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