Aligarh News: गरीबों के जमीनों के पट्टे में डाका डालने वाले आईएएस को सीएम योगी ने सीधे किया सस्पेंड, दागी अफसरों में हड़कंप
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Aligarh News: गरीबों के जमीनों के पट्टे में डाका डालने वाले आईएएस को सीएम योगी ने सीधे किया सस्पेंड, दागी अफसरों में हड़कंप

IAS Devi Sharan Upadhyay: आईएएस अधि‍कारी देवीशरण उपाध्‍याय की अलीगढ़ के मंडलायुक्त ने उच्च स्तर पर शिकायत की थी. नियुक्ति विभाग ने उन्हें 13 जुलाई को ही पद से हटाते हुए प्रतीक्षारत कर दिया था.  मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें निलंबित कर दिया है. इस मामले की जांच के लिए उच्च स्तरीय समिति बना दी गई है. 

IAS Devi sharan upadhyay

अलीगढ़ : यूपी सरकार ने साल 2012 बैच के आईएएस अधिकारी देवीशरण उपाध्याय को निलंबित कर दिया है. उन्हे शनिवार को ही सरकार ने सदस्य न्यायिक राजस्व परिषद प्रयागराज के पद से हटाते हुए प्रतीक्षारत किया था. उन पर अलीगढ़ में जमीनों के पट्टे के मामले में मनमाने तरीके से बहाल करने का आरोप है. 

देवीशरण उपाध्याय चार जुलाई 2022 में प्रयागराज में सदस्य न्यायिक राजस्व परिषद के पद पर तैनात किए गए थे. उन पर अलीगढ़ में 35 भूखंडों के पट्टों को मनमाने तरीके से बहाल कर दिया. 

13 जुलाई को ही पद से हटाया 
देवाशरण की अलीगढ़ के मंडलायुक्त ने उच्च स्तर पर शिकायत की थी. नियुक्ति विभाग ने उन्हें 13 जुलाई को ही पद से हटाते हुए प्रतीक्षारत कर दिया था. मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें निलंबित कर दिया था. इस मामले की जांच के लिए उच्च स्तरीय समिति बना दी गई है. 

हिमांशु कुमार भी हुए थे निलंबित
देवीशरण उपाध्याय योगी सरकार में सस्पेंड होने वाले पहले अधिकारी नहीं है. साल 2017  में योगी सरकार सत्ता में आई था. 7 साल के उनके कार्यकाल में अब तक कई आईएएस-आईपीएस निलंबित किए जा चुके है. इस लिस्ट में सबसे पहला नाम हिमांशु कुमार का है. आदित्यनाथ द्वारा राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के कुछ दिनों बाद 25 मार्च 2017 को हिमांशु कुमार को निलंबित कर दिया गया था.

कौन-कौन से अधिकारी निलंबित
. साल 2017 में देवरिया में अवैध रूप सेसंचालित आश्रय गृह में 20 लड़कियों के कथित यौन शोषण का मामला सामने आया था. जिसके तपरंत बाद ही जिला पुलिस प्रमुख रोहन पी कनय को निलंबित कर दिया गया था. 

. साल 2019 में फरवरी में एडीजी जसवीर सिंह को अनुशासनहीनता के लिए मिलंबित कर दिया गया था.

. इसके दो महीने बाद बाराबंकी के एसपी सतीश कुमार को निलंबित कर दिया गया था. उन पर ट्रेडिंग कंपनी से 65 लाख रूपये की उगाही करने का आरेप लगा था.

. 2019 में ही एसएसपी गौतम बौद्ध नगर के रूप में तैनात वैभव कृष्ण को निलंबित कर दिया गया था. कार्रवाई का सामना करने वाली अगली अधिकारी अपर्णा गुप्ता थीं, जो कानपुर दक्षिण के एसपी के रूप में तैनात थीं. उन पर एक लैब टेक्नीशियन के अपहरण और हत्या के मामले में कथित तौर पर ढिलाई बरतने का आरोप लगा था. 

. मार्च 2022 में सोनभद्र के डीएम टीके शिभू और गाजियाबाद के SSP पवन कुमार के खिलाफ कार्रवाई हुई थी. उन्हें सस्पेंड कर दिया गया था.

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