UP Rajya Sabha Election 2024: राज्यसभा चुनाव से पहले अखिलेश यादव की टेंशन बढ़ गई हैं. उनकी टेंशन की वजह कोई और नहीं बल्कि बीजेपी में शामिल हुए बीएसपी सांसद रितेश पांडेय के पिता राकेश पांडेय हैं. आइए जानते हैं कि ऐसा क्यों है.
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Rajya Sabha Election Cross Voting: यूपी में बड़ा सियासी उलटफेर हुआ है. मायावती (Mayawati) की पार्टी के सांसद रितेश पांडेय (Ritesh Pandey) ने बीएसपी से इस्तीफा देकर बीजेपी (BJP) का दामन थाम लिया है. ये बीएसपी के लिए बड़ा झटका है. हैरानी की बात है कि इसका असर सपा के खेमे तक हुआ है. सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) भी टेंशन में आ गए हैं. दरअसल, जो रितेश पांडेय बीजेपी में शामिल हुए हैं, वह एक राजनीतिक परिवार से आते हैं. रितेश पांडेय के पिता राकेश पांडेय (Rakesh Pandey) भी दिग्गज नेता हैं और इस समय सपा के विधायक हैं. अखिलेश यादव की टेंशन ये है कि कहीं बेटे रितेश पांडेय के बीजेपी में जाने के बाद कहीं उनके पिता और सपा विधायक राकेश पांडेय क्रॉस वोटिंग ना कर दें. कहीं राज्यसभा चुनाव का गणित ना बिगाड़ दें.
क्या बिगड़ जाएगा सपा का राज्यसभा का गणित?
बता दें कि राज्यसभा चुनाव को लेकर 27 फरवरी को वोटिंग होनी है. यूपी में 11 प्रत्याशी हैं लेकिन चुनाव 10 का ही होना है. ऐसे में सपा को अपने 3 सांसद बनवाने के लिए 111 विधायकों की जरूरत है. अखिलेश को कांग्रेस का साथ मिल जाएगा तो भी उनके पास 108 विधायक ही होंगे क्योंकि सपा के दो विधायक जेल में हैं. ऐसे में अगर राकेश पांडेय भी क्रॉस वोटिंग करते हैं तो अखिलेश की पार्टी राज्यसभा चुनाव में और कमजोर पड़ जाएगी.
क्या क्रॉस वोटिंग करेंगे राकेश पांडेय?
हालांकि, राकेश पांडेय की तरफ से इसपर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है कि वह राज्यसभा चुनाव में क्या करने वाले हैं. वह सपा का साथ देंगे या बेटे रितेश पांडेय के बीजेपी में जाने के बाद बीजेपी के लिए क्रॉस वोटिंग करेंगे. हालांकि, सपा अपने सभी विधायकों के लगातार संपर्क में है. उनसे पार्टी के पक्ष में वोट करने के लिए कह रही है.
आज होगी NDA विधायकों की ट्रेनिंग
वहीं, दूसरी तरफ राज्यसभा चुनाव से पहले एनडीए विधायकों को आज ट्रेनिंग दी जाएगी. पार्टी के फरमान पर विधायक लखनऊ पहुंच चुके हैं. पार्टी की तरफ से सुबह 11 बजे विधायक दल की बैठक रखी गई है. एनडीए विधायक दल की बैठक में सभी विधायकों को अलग-अलग ग्रुप में बांटा जाएगा, जिससे वह पार्टी के 8 प्रत्याशियों को ही वोट करें. कोई कन्फ्यूजन ना हो. आज विधायकों को बताया जाएगा कि उन्हें किस प्रत्याशी को वोट करना है और किस प्रत्याशी को प्रथम और किस प्रत्याशी को द्वितीय वरीयता देनी है.