Shraddha Murder Case: एक गलती ने खोल दी आफताब की पोल, ATM से सुलझी श्रद्धा की मर्डर मिस्ट्री
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Shraddha Murder Case: एक गलती ने खोल दी आफताब की पोल, ATM से सुलझी श्रद्धा की मर्डर मिस्ट्री

Shraddha Walker Mobile: पुलिस ने जांच में पाया की श्रद्धा का फोन 22 मई से 26 मई के बीच ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर करने के लिए इस्तेमाल हुआ.

Shraddha Murder Case: एक गलती ने खोल दी आफताब की पोल, ATM से सुलझी श्रद्धा की मर्डर मिस्ट्री

Shraddha Walker ATM: श्रद्धा वॉकर मर्डर केस में रोजाना नए-नए खुलासे हो रहे हैं और अब पता चला है कि श्रद्धा को मई में मौत के घाट उतारने के बाद भी आफताब उसके ATM और क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करता रहा था. इसके अलावा आफताब ने श्रद्धा के अकाउंट से ऑनलाइन पैसे भी ट्रांसफर किए थे. आफताब की इस एक गलती ने उसकी पोल खोल दी और पुलिस को केस को सुलझाने में मदद मिली.

आफताब ने श्रद्धा के अकाउंट से निकाले 54 हजार रुपये

श्रद्धा का फोन 26 मई को बंद हुआ था और पुलिस ने जांच में पाया की श्रद्धा का फोन 22 मई से 26 मई के बीच ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर करने के लिए इस्तेमाल हुआ. इस दौरान श्रद्धा के बैंक अकाउंट से 54000 रुपये आफताब के अकाउंट में ऑनलाइन ट्रांसफर हुए थे और जिस समय फोन से ऑनलाइन ट्रांजेक्शन हुआ, तब फोन का लोकेशन छतरपुर ही था.

हत्याकांड के छुपाने के लिए अपनाए कई हथकंडे

आफताब ने श्रद्धा की हत्या के बाद इस हत्याकांड के छुपाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाता था. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, कभी वो ब्रेकअप दिखाने के लिए हत्या के बाद उसके फोन से खुद को पैसे भेजता था तो कभी उसके सोशल मीडिया पर पोस्ट करता था. लेकिन, जब उसे लगने लगा कि वो फंस सकता है तो वो पागलपन का नाटक करने लगा.

एटीएम से खुली श्रद्धा की मर्डर मिस्ट्री

सबसे पहले महाराष्ट्र के पालघर के वसई में मानिकपुर पुलिस ने आफताब पूनावाला को पूछताछ के लिए मुंबई बुलाया था. श्रद्धा के लापता होने की शिकायत दर्ज होने के बाद मानिकपुर पुलिस ने आफताब को पिछले महीने और इस महीने 3 तारीख को पूछताछ के लिए बुलाया था. दोनों समय बताया था कि उसने श्रद्धा को छोड़ दिया है और अब दोनों साथ नहीं रह रहे.

मानिकपुर पुलिस ने 3 नवंबर को जब आधिकारिक तौर पर लिखित बयान लेना शुरू किया, तब आफताब की मुश्किल बढ़ गई, क्योंकि वो सोशल मीडिया पर लगातार श्रद्धा के अकाउंट को अपडेट करता था. ताकि, सबको लगे कि श्रद्धा जिंदा है और अपना सोशल अकाउंट ऑपरेट कर रही है, लेकिन अकाउंट ट्रांजेक्शन ने आफताब को फंसा दिया और फिर पुलिस ने कड़ाई से उससे पुछताछ की. इसके बाद पहली बार आफताब ने पुलिस के सामने कंफेस किया कि I KILLED HER,लेकिन पुलिस को यकीन नही हुआ.

मानिकपुर पुलिस ने दिल्ली पुलिस को दी सूचना

इसके बाद मानिकपुर पुलिस ने तत्काल इसकी सूचना दिल्ली पुलिस को दी और 8 नवंबर को मानिकपुर पुलिस के इंस्पेक्टर सचिन सानप दिल्ली पहुंचे. इसके बाद केस क्रैक हुआ.

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