SCO Summit 2023 Agenda: वैश्विक कूटनीति में भारत आज एक बार फिर अपनी ताकत का प्रदर्शन करेगा. आज SCO की शिखर बैठक का आयोजन हो रहा है. जिसमें पीएम मोदी, शी जिनपिंग, पुतिन और शहबाज शरीफ समेत 12 देशों के नेता शामिल होंगे.
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Summit of the SCO Council of Heads of State Today: आज का दिन भारत में वैश्विक कूटनीति के लिहाज से खास होने जा रहा है. आज शंघाई सहयोग संगठन की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शिखर सम्मेलन की बैठक होगी. यह बैठक दोपहर 12:30 बजे शुरू होगी और 2 घंटे 45 मिनट तक चलेगी. भारत की अध्यक्षता में SCO की इस बैठक का आयोजन हो रहा है.
पीएम नरेंद्र मोदी का अध्यक्षीय भाषण
रिपोर्ट के मुताबिक इस शिखर बैठक (SCO Summit 2023) में पीएम नरेंद्र मोदी का अध्यक्षीय भाषण होगा. इस बैठक में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ भी वर्चुअल तौर पर शामिल होंगे. चीन और पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय इसकी पुष्टि कर चुके हैं. इस बैठक में कई महत्वपूर्ण वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा होगी.
इस देश को मिल सकती है नई मेंबरशिप
सूत्रों के मुताबिक गोवा में SCO के विदेश मंत्रियों की 4-5 मई को बैठक हुई थी. इस बैठक में जो फ़ैसले लिए गए थे, उन फ़ैसलों को मंज़ूरी के लिए शिखर सम्मेलन (SCO Summit 2023) में रखा जाएगा. इसके साथ ही संगठन के नए सदस्य के तौर पर ईरान को शामिल करने पर भी फैसला संभव है. फिलहाल भारत में SCO के 8 पूर्णकालिक सदस्य हैं. जिनमें भारत, चीन, पाकिस्तान, रूस, कज़ाखस्तान, किर्गिज़स्तान, ताजिकिस्तान और उज़्बेकिस्तान शामिल हैं.
भारत ने बैठक के लिए रखी है ये थीम
भारत ने SCO के शिखर सम्मेलन की बैठक की थीम SECURE रखी है. इस SECURE का मतलब S- Security, E- Economic Development, C- Connectivity, U- Unity, R- Respect for sovereignty and territorial integrity और E- Environmental Protection है. इसके साथ ही पीएम मोदी ने वसुधैव कुटुम्बकम का मंत्र भी दिया है.
भारत दुनिया के सामने रखेगा अपना एजेंडा
रक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक भारत-चीन के बीच सीमा पर चल रहे तनाव और रूस-यूक्रेन के बीच चल रही जंग के मध्य हो रही यह शिखर बैठक (SCO Summit 2023) बेहद अहम है. इस बैठक के जरिए भारत एक बार फिर अपना वैश्विक एजेंडा दुनिया के सामने रखेगा. वह कनेक्टिविटी और व्यापार बढ़ाने पर तो जोर देगा. लेकिन साथ ही दूसरे देशों की प्रभुसत्ता और एकता-अखंडता का सम्मान करने की मांग भी करेगा.