Fatehpur: किन्नर बुआ ने बढ़ाया रिश्तों का मान, भतीजी की शादी को इस तरह बनाया खास, लोगों में बना चर्चा का विषय
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Fatehpur: किन्नर बुआ ने बढ़ाया रिश्तों का मान, भतीजी की शादी को इस तरह बनाया खास, लोगों में बना चर्चा का विषय

Sikar news: फतेहपुर में किन्नर समाज ने एक अनूठी मिसाल पेश की है . किन्नर  पूनम बुआ ने एक गरीब लड़की को अपनी बेटी मानकर उसकी धर्म की मां बनकर शानो शौकत से अन्नपूर्णा उर्फ मेघा की शादी की.  पूनम बुआ के जरिए किए गए इस सामाजिक सरोकार के कार्य की हर कोई प्रशंसा कर रहा है.

Fatehpur: किन्नर बुआ ने बढ़ाया रिश्तों का मान, भतीजी की शादी को इस तरह बनाया खास, लोगों में बना चर्चा का विषय

 Sikar news: अक्सर किन्नरों को शादी विवाहों या अन्य मांगलिक कार्यों की खुशी के मौकों पर नाचते-गाते हुए बधाई देते हुए देखे होगा, लेकिन फतेहपुर शहर में किन्नर ने एक अनुकरणीय मिशाल पेश की है. फतेहपुर की मुख्य किन्नर  पूनम रेश्मा बुआ ने एक गरीब बेटी की मां बनकर उस की शादी की सम्पूर्ण रश्मे निभाई , भात से लेकर दही टिका,दुल्हें का स्वागत टीका सहित अन्य रस्में कर कन्यादान किया. किन्नर द्वारा किये गए इस सामाजिक सरोकार के कार्य की हर कोई सराहना कर रहा है. पूनम किन्नर जब मुख्य बाजार , सकड़ी गली सहित अन्य शुभ कार्याे मे जाती तो पवन कुमार महर्षि की चाय की दुकान पर चाय पिने रूक जाती. 

पवन के तीन बेटिया थी. अर्थिक स्थिति कमजोर थी तो पवन कुमार की सबसे बड़ी बेटी अन्नपूर्णा उर्फ मेघा से लगाव हुआ जिसके बाद किन्नर रेेश्मा ने मेघा के लिए फतेहपुर मे रिश्ता ढुढकर चार बत्ती चौक स्थित पण्डित उमाशकंर के बेटे रजनीश् से रिश्ता तय कर सगाई करवाई जिसमें दुल्हें के पिता सहित अन्य रिश्तेदारों के कपड़ो से लेकर झुवारी सहित मेघा केे जेवरात भी सगाई मे दिये.
 रामनवमी पर शादी तय होने के साथ तैयारीयों मे जुटी शादी का पूरा खर्चा अपने ऊपर ले लिया. 

रामनवमी पर हुई इस शादी की चर्चा जोरों पर रही की यहां एक किन्नर ने कन्यादान किया है. शादी में दुल्हन के जेवर, दूल्हे के जेवर, बारातियों का स्वागत, खाने की व्यवस्था सभी जिम्मेदारियों को बखूबी उठाया. यंहा तक की 51 हजार रूपयें कटोरे की रश्म में ,दुल्हन की अनूठी से लेकर अन्य आभूषण से लेकर पुरा शादी मे जो दुल्हन को माता पिता देते है वो सब कुछ ठाठ बाट से किया और जो भी अन्य सामान शादी विवाह में दिया जाता है, उसका जिम्मा उठाया. सोने का मंगलसूत्र, दो अंगूठी, टॉप्स, नोजपिन, चांदी के आभूषण, इलेक्ट्रॉनिक्स सामान, बर्तन, कपड़े सहित अन्य सामान भी दिया है.

भले ही समाज मे किन्नरों को समाज में मान-सम्मान नहीं मिलता हो, लेकिन एक किन्नर ने समाज को आईना दिखाते हुए ऐसी मिसाल पेश की, जिसकी प्रशंसा चारो ओर हो रही है. फतेेहपुर किन्नर समाज की मुखिया पूनम के इस कदम को हर कोई प्रोत्साहित कर रहा है. शादी समारोह मे नवलगढ़ के अंजू बाई,रेश्मा बाई,बिसाउ सिमरन बाई, सहित अन्य कई चेले पहुचे.

पूनम रेश्मा ने बताया कि अब मेघा को अपनी बेटी मानकर उसके हाथ पीले किये और एक बेटी के विवाह में जो ठाठ बाठ होती है विवाह समारोह में वधू पक्ष के साथ-साथ किन्नर समाज आसपास सदस्य भी शामिल हुए .इस शादी को यादगार बनाने के लिए जुट गए हैं.

शादी से पहले दुल्हन की निकाली बनौरी

पूनम रेश्मा किन्नर ने बेटी बेटा एक समान होनें का संदेश देकर ये भी सबित किया कि बेटियां बेटों से कम नही है. बेटा बेटी एक समान का संदेश देते हुए मेघा की घोड़ी पर बैठाकर बन्दोरी भी निकाली शादी मे आस पास क्षैत्रों से आयें किन्नर नाचाते गाते लक्ष्मीनाथ जी महाराज के मन्दिर पहुचे. बनौरी निकाली तो शहर के लोग उमड़ पड़े.

किन्नर पूनम का भाई बनकर नगर के इन्द्रचंद सोनी ने भरा भात

पूनम किन्नर के ऐसें तो खूब चहते लोग शादी मे पुहचें लेकिन सकड़ी गली के सोने के व्यापारी इन्द्रचंद सोनी ने पुरे परिवार से साथ पहुचकर भात भरा यंहा तक लड़की को भात के रिती रिवाज व आसपास से आयें सभी किन्नरों की झुवारी की. भात मे हाफ सेट पाच बर्तन 21 हजार नगर सहित अन्य सभी रिति रिवाज की परमपरां निभाई.
ये रहे शादी में शामिल
शादी समारोह की हर आम से लेकर खास लोगों ने प्रशांसा की आर्शीवाद देनेे के लिए पूर्व नपा अध्यक्ष मधूसूदन भिंडा, कोतवाल गुर भुपेन्द्र सिह, डॉ दीपक चुरू, दिव्या लालवाणी,रमेश भोजक, सहित अनेक गणमान्य लोग पहुचे.

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