बहुत ही डरावनी है इस मौत के कुएं की कहानी, सुनकर आपकी भी कांप जाएगी रूह, अब आवारा सांड बनें इसका शिकार
Advertisement

बहुत ही डरावनी है इस मौत के कुएं की कहानी, सुनकर आपकी भी कांप जाएगी रूह, अब आवारा सांड बनें इसका शिकार

Sikar: राजस्थान के सीकर में एक मौत का कुआं है, इसकी कहानी बहुत ही डरावनी है. कभी बैल तो कभा गाय तो कभी इंसान इस मौत के कुएं में समा जाते हैं. ताजा मामला सीकर के नीमकाथाना इलाके के पाटन क्षेत्र के ग्राम पंचायत छाजा का है जहां दो आवारा सांड लड़ते-लड़के इसमें समा गएं. 

 

बहुत ही डरावनी है इस मौत के कुएं की कहानी, सुनकर आपकी भी कांप जाएगी रूह, अब आवारा सांड बनें इसका शिकार

Sikar:  मौत का कुआं है ये, तभी तो हर दिन कोई न कोई इसका शिकरा बनता जा रहा है. सीकर के नीमकाथाना इलाके के पाटन क्षेत्र के ग्राम पंचायत छाजा का नांगल में स्टेट हाईवे 37B के पास एक सूखे हुए कुएं में लड़ते-लड़ते दो आवारा सांड गिर गए.सूचना पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई.

मौके पर क्रेन को बुलाया गया क्रेन की सहायता से दोनों सांडो को सकुशल बाहर निकाला गया.ग्रामीणों ने बताया कि दोनों सांड लड़ते-लड़ते अचानक खुले कुएं में गिर गए. जिसके बाद ग्रामीणों ने देखा,तो आसपास के लोग इकट्ठा हो गए. कुएं में गिरने के बाद भी दोनों सांड आपस में लड़ते रहे.

ग्रामीणों ने क्रेन की सहायता से दोनों सांडों को जीवित अवस्था में बाहर निकाल दिया.ग्रामीणों ने बताया कि यह सुखा कुआं स्टेट हाईवे के नजदीक है और कई वर्षों से खुला पड़ा हुआ है. ना ही कुएं पर कोई सुरक्षा दीवार है. इस कुएं में कई बार आवारा जानवर गिर जाते हैं, और मौत का शिकार हो जाते हैं. एक साल पहले भी इसमें गाय गिर गई थी. हादसे से प्रशासन और ग्राम पंचायत ने कोई सबक नहीं लिया. जिस कारण अब तक कुआं खुला पड़ा है और हादसों को न्योता दे रहा है.

इस दौरान ग्राम पंचायत सरपंच सुनील कुमार, राजेंद्र प्रसाद यादव, कृष्ण पंच, मनोज कुमार, नरेश यादव, महेंद्र यादव, माधव सिंह, डॉ. महिपाल काजला सहित कई ग्रामीण युवाओं ने सांडों को बाहर निकालने में मदद की.

ये भी पढ़ें- आज भी युवाओं के दिल में धड़क रहे भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरू,इस वजह से बनें हैं यूथ आईकॉन, श्रद्धांजलि सभा में गूंजा इंकलाब

 

Trending news