शर्मसार : एक और मीणा बुजुर्ग को सुकून भरी अंतिम यात्रा नहीं, साहब बोले-दिवाली की छुट्टी के बाद पक्का करा देंगे ठीक
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शर्मसार : एक और मीणा बुजुर्ग को सुकून भरी अंतिम यात्रा नहीं, साहब बोले-दिवाली की छुट्टी के बाद पक्का करा देंगे ठीक

शुक्रवार को सवाईमाधोपुर से मीणा बुजुर्ग की अंतिम यात्रा की तस्वीर वायरल हुई थी जहां पानी से भरे रास्ते से अर्थी निकली थी, फिर उसी रास्ते से एक और मीणा बुजुर्ग की आर्थी को निकलना पड़ा. हालात देख आपको भी गुस्सा आ जाएगा.

शर्मसार : एक और मीणा बुजुर्ग को सुकून भरी अंतिम यात्रा नहीं, साहब बोले-दिवाली की छुट्टी के बाद पक्का करा देंगे ठीक

Sawai Madhopur News : सवाईमाधोपुर मलारना चौड़ कस्बे में 65 वर्षीय बुजुर्ग रामस्वरूप मीणा की मौत के बाद मोक्ष धाम तक मृतक की अंतिम शव यात्रा निकालना लोगों के लिए उस वक्त परेशानी का सबब बन गया. जब श्मशान के रास्ते में 3 फीट से अधिक पानी के बीच होकर जान जोखिम में डालकर अर्थी को श्मशान घाट तक पहुंचाया गया.

कंधों पर रखी अर्थी को लेकर ग्रामीण जब हिचकोले खाते हुए पानी के बीच से निकल रहे थे. इसी दरमियान लोगों के पैर फिसलने से कहीं बार अर्थी नीचे गिरने से बाल-बाल बच गई. इसको लेकर ग्रामीणों में खासा रोष देखा गया. आक्रोशित ग्रामीणों ने मृतक का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया.

इस दौरान पूर्व पंचायत समिति सदस्य दीनदयाल मीणा ने एसडीएम किशन मुरारी मीणा और विकास अधिकारी कांशीराम जाट से बात कर श्मशान के रास्ते का समाधान नहीं होने तक अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया जिसके चलते प्रशासनिक अधिकारियों की सांसें फूल गई.

इस दौरान प्रशासनिक अधिकारियों ने दूरभाष पर पूर्व पंचायत समिति सदस्य सहित अनेक ग्रामीणों को ठोस आश्वासन देते हुए दीपावली की छुट्टियों के बाद श्मशान के रास्ते के समाधान का आश्वासन दिया. एसडीएम किशन मुरारी मीणा ने बताया कि ग्रामीणों से समझाइश कर मामला शांत कराया दीपावली की छुट्टियों के बाद श्मशान के रास्ते की समस्या का समाधान करवाया जाएगा.

उधर विकास अधिकारी काशीराम जाट ने बताया कि श्मशान के रास्ते की ग्रेवल सड़क को लेकर ग्राम पंचायत की ओर से प्रस्ताव कल मिला है प्रस्ताव को जिला परिषद में भेजा है. जल्द ग्रेवल सड़क बनाने की कार्रवाई की जाएगी. उधर आक्रोशित ग्रामीणों ने प्रशासनिक अधिकारियों को साफ शब्दों में कहा कि दीपावली के बाद श्मशान के रास्ते की समस्या का समाधान नहीं हुआ तो मजबूरन आंदोलन किया जाएगा.

आपको बता दें कि शुक्रवार को मलारना चौड़ कस्बे में 70 वर्षीय वृद्ध रामफूल मीणा की मौत के बाद लोगों को 3 फीट पानी के बीच होकर मृतक की अंतिम शव यात्रा को निकालना पड़ा था. इसी बीच दूसरे दिन फिर 65 वर्षीय बुजुर्ग रामस्वरूप मीणा की मौत हो गई जिसके चलते ग्रामीणों में प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ खासा रोष व्याप्त है.

रिपोर्टर- अरविंद सिंह

शर्मसार : मौत के बाद भी रामफूल मीणा को नहीं मिली सुकून भरी शवयात्रा, देखें तस्वीर

 

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