नागौर: जाट के आंगन से विदा हुई वाल्मीकि समाज की बेटी की डोली, देखने के उमड़ी भीड़
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नागौर: जाट के आंगन से विदा हुई वाल्मीकि समाज की बेटी की डोली, देखने के उमड़ी भीड़

Nagaur News:  नागौर जिले के गांव में एक जाट ने अनाथ वाल्मीकि समाज की बच्ची की शादी संपन्न करवाई और एक पिता का फर्ज निभाया. 

नागौर: जाट के आंगन से विदा हुई वाल्मीकि समाज की बेटी की डोली, देखने के उमड़ी भीड़

Nagaur News: राजस्थान के नागौर जिले के चाऊ गांव में एक जाट ने छुआछूत भेदभाव को दूर करते हुए गांव की निर्धन अनाथ वाल्मीकि समाज की बच्ची की शादी संपन्न करवाई और एक पिता का फर्ज निभाया. 

इस शादी की अब पूरे जिले सहित प्रदेश में भी प्रशंसा हो रही है, जहां एक तरफ अभी भी लोग दलित समाज के साथ छुआछूत करते हुए नजर आ रहे हैं. वहीं, उन सब से अलग चाऊ गांव के देवाराम जाखड़ जाट ने वाल्मीकि समाज की अनाथ बच्ची को अपनी बेटी समझ कर उसके पीले हाथ करवाए और अपने आंगने से पूरे रीति-रिवाज के साथ शादी करवाई. 

चाऊ गांव के देवाराम जाखड़ ने सामाजिक समरसता और मानवता की एक अनूठी मिशाल पेश की है. बता दें कि नागौर जिले के चाऊ गांव की वाल्मीकि समाज की पुष्पा के माता-पिता दोनों का निधन हो गया और पुष्पा अनाथ हो गई थी. पुष्पा की माता अन्नीदेवी का चार साल पहले निधन हो गया था और तीन माह पहले ही पुष्पा के पिता ओमप्रकाश का भी निधन हो गया था. 

अब पुष्पा 20 साल की हुई तो उसके हाथ पीले करने के लिए इस परिवार पर किसी प्रकार का संकट ना आए इसके लिए चलाए गांव के ही जाट समाज के किसान देवाराम जाखड़ ने तय किया कि पुष्पा की शादी करवाएंगे और अपने आंगने से ही पुष्पा को सात फेरे देकर विदाई देंगे. देवाराम जाखड़ ने पुष्पा की शादी का पुरा खर्च उठाने की जिम्मेदारी ली. 

पुष्पा की बारात डीडवाना के उदरासर के रहने वाले दसवीं पास श्रीराम बारात लेकर पहुंचे. दूल्हे के साथ लगभग सौ बाराती भी थे. धूमधाम से पुष्पा की शादी करवाई और अपने ही आंगन से पुष्पा के पीले हाथ कर विदाई दी. वहीं, इस शादी को देखने के लिए आसपास के गांवों के साथ दूर-दराज से भी लोग इस शादी को देखने के लिए आए और पुष्पा को आशीर्वाद दिया. 

इस दौरान विश्व हिन्दू परिषद की टीम और बड़ी खाटू के संत नानकदास महाराज भी देवाराम जाखड़ के घर पहुंच कर वाल्मीकि समाज की पुष्पा को कन्यादान , उपहार और आशीर्वाद दिया. साथ ही, संत ने कहा कि देवाराम जाखड़ ने इस वाल्मीकि समाज की बेटी की शादी अपनी बेटी के समान करवा कर एक मिसाल पेश की है. 

वहीं, किसान देवाराम जाखड़ ने बताया कि वो अगर चाहते तो पैसे भी दे देते लेकिन उनकी मनसा थी कि समाज में फैली रही छूआछूत को किस प्रकार मिटाया जाए इसलिए उन्होंने वाल्मिकी समाज की बेटी की डोली अपने आंगन से विदा करवाई और पूरे रीति-रिवाज के साथ पुष्पा की शादी की.  

इस दौरान बड़ी खाटू के संत नानकदास महाराज, विश्व हिन्दू परिषद के जिला अध्यक्ष रामेश्वर सारस्वत, उपाध्यक्ष राधेश्याम, जिला मंत्री मेघराज सहित आसपास के गांवों से सैंकड़ों की संख्या में लोग मौजूद रहे. 

Reporter- Damodar Inaniya

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