जोधपुर में 19 वर्षीय युवक को बहला फुसला कर किन्नर बनाने के लिए ऑपरेशन किया गया. वहीं, ऑपरेशन के दौरान उसकी मृत्यु हो गई. परिजनों ने किन्नरों के ऊपर आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज करवाया है.
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Jodhpur News: राजस्थान के जोधपुर में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जिसमें 19 वर्षीय युवक को बहला फुसला कर किन्नर बनाने के लिए ऑपरेशन किया गया लेकिन पूरी तरह से एडल्ट नहीं होने के कारण ऑपरेशन के दौरान उसकी मृत्यु हो गई.
अब परिवार ने ऑपरेशन करवाने के साथ रहने वाले किन्नरों के ऊपर आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज करवाया है. परिवार का आरोप है कि 19 वर्षीय ध्रुव उनका बेटा पिछले कुछ समय से किन्नरों के संपर्क में था. माता-पिता को किन्नर बनने और ऑपरेशन करवाने के लिए मनाने का प्रयास कर रहा था लेकिन परिवार उसे बार-बार समझा रहा था और किन्नरों से दूर रहने के लिए कह रहा था.
ध्रुव की माता का कहना है कि करीब 4 से 5 महीने पहले यह जानकारी मिली कि ध्रुव किन्नरों के संपर्क में है. ऐसे में उसे बार-बार समझाया लेकिन ध्रुव नहीं माना. माता-पिता ने परेशान होकर सोचा कि किन्नरों के साथ उठने-बैठने से कोई समस्या नहीं होगी लेकिन ध्रुव जिन दो किन्नरों के संपर्क में था वह उसे बहाल-फुसला कर दिल्ली लेकर गए और उसका ऑपरेशन करवा दिया. पहले ऑपरेशन सफल नहीं रहा.
ऐसे में किन्नर बनने के लिए उसका दूसरा ऑपरेशन करवाने के लिए दिल्ली लेकर गए. वहां पर डॉक्टरों ने दूसरा ऑपरेशन करने के लिए मना कर दिया और जान को खतरा भी बताया. फिर भी किन्नरों और ध्रुव ने दूसरा लिंग का ऑपरेशन करवाया, जिससे उसे हार्ट अटैक आ गया और उसकी ऑपरेशन के दौरान मृत्यु हो गई.
अब घटना सामने आने के बाद में ध्रुव के परिवार ने किन्नरों के खिलाफ जोधपुर के मंडोर थाना में शिकायत दर्ज करवाई है. दरअसल लिंग परिवर्तन करवाने के ऑपरेशन के लिए 21 वर्ष की आयु तक परिजनों की सहमति होना आवश्यक है. ऐसे में वह लगातार अपने परिवार को न केवल धमका रहा था बल्कि भावनात्मक तरीके से भी उन्हें हां करने के लिए मना रहा था. 2 दिन पहले जिन किन्नरों के साथ वह रह रहा था वे उसे गुपचुप तरीके से दिल्ली ले गए और परिवार के बिना सहमति के ही ध्रुव का ऑपरेशन करवा दिया गया.
पुलिस ने शव को महात्मा गांधी अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया, जहां शव का मेडिकल बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम किया जाएगा. मोर्चरी के बाहर ध्रुव के परिजन और समाज के लोग धरने पर बैठ गए उनका आरोप है कि गलत तरीके से ध्रुव का ऑपरेशन करवाया गया. इसके अलावा ट्रांसजेंडर के लिए काम करने वाली संस्थान संभाली ट्रस्ट के कार्यकर्ताओं का कहना है कि डेढ़ साल से ध्रुव किन्नरों के साथ काम कर रहा था और उसने करीब 5 से 7 लाख रुपये कमा रखे थे. उसके पास बहुत सारा सोना था और वह उनके परिजनों को दिया जाए. मोर्चरी के बाहर माता-पिता का रो-रो कर पूरा हाल है और पुलिस इस पूरे मामले में जांच कर रही है.