Jhunjhunu news: आठवीं पास मिस्त्री ने कबाड़ से किया कमाल,बना डाला पवन चक्की का यंत्र
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Jhunjhunu news: आठवीं पास मिस्त्री ने कबाड़ से किया कमाल,बना डाला पवन चक्की का यंत्र

Jhunjhunu News: झुंझुनूं के चिड़ावा से एक प्रभावित करने वाली खबर है, बता दें कि आवश्यकता के चलते एक मिस्त्री ने कबाड़ से पवन चक्की का यंत्र बना दिया है.दरअसल झुंझुनूं जिले के चिड़ावा कस्बे में मिस्त्री का काम करने वाले कन्हैयालाल जांगिड़ के इस नए आविष्कार को लेकर चर्चा है.

पहले भी मिस्त्री कन्हैयालाल बना चुके हैं इको फ्रेंडली कार.अब कबाड़ से दिखाया कमाल.

Jhunjhunu News: कहते हैं आवश्यकता आविष्कार की जननी है, और इसी आवश्यकता के चलते एक मिस्त्री ने कबाड़ से पवन चक्की का यंत्र बना दिया.दरअसल झुंझुनूं जिले के चिड़ावा कस्बे में मिस्त्री का काम करने वाले कन्हैयालाल जांगिड़ को ग्रामीण इलाकों में बिजली कटौती की समस्या अखरती थी. एक दिन गैरेज में काम करते हुए उनके दिमाग में आइडिया आया कि क्यों ना कबाड़ से जरूरत का सामान इकट्ठा कर पवन चक्की जैसा यंत्र तैयार किया जाए.

बिजली बनाने वाला यंत्र स्थापित कर दिया

देखते ही देखते मिस्त्री कन्हैयालाल जांगिड़ ने कबाड़ से पवन चक्की बनाने का सामान एकत्रित किया और उन्होंने 12 फीट ऊंचे लोहे के टॉवर पर पवन ऊर्जा से बिजली बनाने वाला यंत्र स्थापित कर दिया.

 अक्सर बिजली कटौती की समस्या रहती थी

यह हवा के साथ घूमता है और इससे जुड़ा अल्टरनेटर 12 वोल्ट की बिजली का उत्पादन करता है. इससे बैटरी चार्ज कर उसे काम में लिया जाता है. मिस्त्री कन्हैया लाल जांगिड़ ने बताया कि ग्रामीण इलाकों में अक्सर बिजली कटौती की समस्या रहती थी. इसी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने यह यंत्र तैयार किया है.उन्होंने बताया कि दिन के समय सोलर ऊर्जा से बिजली तैयार की जा सकती है. मगर रात को परेशानी होती है.

कन्हैयालाल जांगिड़ ने सूरजगढ़ रोड पर गाड़ियों का वर्कशॉप कर रखा

 पवन चक्की रात को भी हवा में चलती है तथा बिजली पैदा कर बैटरी चार्ज कर देती है.उन्होंने बताया कि अब इस यंत्र को एक बड़े रूप में लगाने को लेकर भी विचार कर रहे हैं. ताकि अधिक बिजली का उत्पादन हो सके. उन्होंने बताया कि इसमें बड़ा पंखा और बड़ा अल्टरनेटर लगाकर ज्यादा बिजली बनाई जा सकती है.आपको बता दें कि कन्हैयालाल जांगिड़ ने सूरजगढ़ रोड पर गाड़ियों का वर्कशॉप कर रखा है.

ज्यादा खर्चा भी नहीं करना पड़ता

महज आठवीं तक पढ़े मिस्त्री कन्हैयालाल जांगिड़ पहले भी अलग-अलग प्रयोग कर सफलता हासिल कर चुके हैं,मिस्त्री कन्हैयालाल जांगिड़ ने बताया कि प्रत्येक यंत्र और मशीन बनाने में कबाड़ का सामान काम में लिया जाता है, इससे ज्यादा खर्चा भी नहीं करना पड़ता. मिस्त्री कन्हैयालाल जांगिड़ ने कुछ समय पहले कबाड़ से इको-फ्रेंडली कार बनाई थी.

एंटिना भी ऑटोमेटिक बाहर निकलता है

 कुछ साल पहले कबाड़ से ही बिना बिजली से चलने से वाला ग्रामोफोन भी बनाया था.जो कि पत्थर के रिकॉर्डर पर सुई से चलता है. इसी तरह वह ऑल इन वन म्यूजिक सिस्टम बना चुके हैं. इसमें रेडियो के लिए एंटिना भी ऑटोमेटिक बाहर निकलती है. इस सिस्टम में चार्जिंग सुविधा, पंखा, रोशनी के लिए लाइट, घड़ी, सिगरेट लाइटर, बैटरी चार्जिंग, मोबाइल चार्जर प्वाइंट लगे हुए हैं.इसके टायर लगे होने के कारण इसे आसानी से इधर-उधर भी किया जा सकता है.

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