Jaisalmer News:पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने के उद्देश्य से ग्रामीणों ने निकाली ट्रैक्टर रैली
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan2217654

Jaisalmer News:पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने के उद्देश्य से ग्रामीणों ने निकाली ट्रैक्टर रैली

Jaisalmer News:दिधू व आसकन्दरा के सैकड़ों ग्रामीणों ने ट्रैक्टर रैली निकाल कर बताया की इस गांव के पुर्वजों द्वारा हजारों बीघा जमीन अपने देवी-देवता के नाम से कर दी जाती थी.

Jaisalmer News

Jaisalmer News:जैसलमेर जिले के दिधु व आसकद्रा के ग्रामीणों ने संयुक्त रूप से ट्रैक्टर रैली निकाल कर ओरण को राजस्व रिकार्ड में दर्ज कर पर्यावरण संरक्षण संदेश दिया.

दिधू व आसकन्दरा के सैकड़ों ग्रामीणों ने ट्रैक्टर रैली निकाल कर बताया की इस गांव के पुर्वजों द्वारा हजारों बीघा जमीन अपने देवी-देवता के नाम से कर दी जाती थी लेकिन वह जमीन राजस्व रिकार्ड में आज तक दर्ज नहीं होने से भू-माफिया व बड़ी कम्पनियों द्वारा फर्जी तरीके से आवंटन कर ओरण भूमि पर कब्जा करना चाहती है. 

लेकिन पूर्वजों द्वारा तनोटमाता के नाम पर गांव के चारों ओर हजारों बीघा जमीन माता के नाम पर दूध की धार लगा कर पक्षु पक्षियों के लिए छोड़ दी गई थी लेकिन प्रशासनिक अड़चनों के चलते राजस्व रिकार्ड में आज दिन तक दर्ज नहीं हो सकी.जिसको ओरण दर्ज करवाने को लेकर व फर्जी आवंटन रद्द कर ओरण दर्ज करने के लिए सैकड़ों लोगों ने ओरण में स्थित तनोटमाता मंदिर से शुरू कर दिधू व आसकन्दरा के चारों 50 किलोमीटर तक ओरण परिक्रमा लगाकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया व ओरण भूमि को राजस्व रिकार्ड में दर्ज करवाने की मांग राज्य सरकार से की. 

इस अवसर पर पोकरण विधायक मंहत प्रताप पुरी बालेटा धाम मंहत निर्जन भारती व मानक भारती व दिधू आसकन्दरा के सैकड़ों लोगों ने भाग लिया.इस पवन अवसर पर तनोटमाता मंदिर में गांव के लोगों द्वारा तीन सौ इक्यावन दिपक लगाकर ओरण आरती का आयोजन किया आरती के बाद प्रसादी का आयोजन भी किया गया. आसपास के गांव के सैकड़ो लोगों ने सामूहिक रूप से शिरकत की . 

ग्रामीण प्रशासन से लगातार मांग कर रहे हैं कि यहां की ओरण भूमि को राजस्व रिकॉर्ड में तत्काल प्रभाव से दर्ज किया जाये ताकि कई कंपनियों के लोग व भू माफिया से जुड़े लोग फर्जी आवंटन कराकर इस जमीन को अपने कब्जे में नहीं ले ले.

जैसलमेर जिले के सीमांत ग्रामीण क्षेत्रों में हजारों बीघा जमीन देवी देवताओं के नाम से है.पूर्ववर्ती सरकार की शिथिलता के कारण इन ओरन भूमि को राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज नहीं किया गया था. ग्रामीणों ने मांग रखी है कि इस पूर्ण भूमि को राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज किया जाए उनकी मांग को देखते हुए.

इन ओरण भूमि को राजस्व रिकॉर्ड में तत्काल दर्ज किया जाए इसके लिए प्रयास किया जा रहे हैं.शीघ्र ही इस संबंध में बीजेपी सरकार की तरफ से उचित कार्रवाई कर उसे ओरन भूमि को राजस्व रिकार्ड मे दर्ज करवाया जायेगा.

यह भी पढ़ें:सीकर के इस कुंड में स्नान करने से दुख हो जाते है दूर,बाबा श्याम की होती है असीम कृपा

 

Trending news