Jaisalmer news: अवैध खनन होने के कारण विभाग को प्रति टन 300 रुपए का नुकसान पहुंच रहा है. इसके साथ ही एक ट्रक में 30 टन जिप्सम भरा जा रहा है. साथ ही रोजाना 30 से 50 ट्रक जिप्सम जैसलमेर के नाचना व मोहनगढ़ से बाहर फैक्ट्रीयों मे जा रहा है.
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Jaisalmer news: राजस्थान के जैसलमेर में खनिज पदार्थों की अवैध खनन को लेकर नाचना व मोहनगढ़ में प्रभावशाली लोगों के हौंसले दिनों दिन बुलंद होते जा रहे हैं. बिना लीज व फिल्ड फायरिंग रेंज व वन विभाग की जमीनों पर अवैध खनन करने वालों द्वारा जमकर अवैध खनन किया जा रहा है. वहीं रोजाना 30 से 50 ट्रकों का जैसलमेर से बाहर परिवहन भी हो रहा है, इससे खानन विभाग को करोड़ों रुपए का नुकसान हो रहा है. अवैध खनन करने वालों द्वारा जिप्सम (चूना) की अवैध खनन जैसलमेर के मोहनगढ़ व नाचना क्षेत्र में वन विभाग की जमीन मे धड़ल्ले से जारी है.
माइनिंग विभाग को चूना लगाया जा रहा है. लेकिन इन सबसेअवैध खनन करने वालों में न तो कार्रवाई का कोई भय है, और न ही विभाग द्वारा कोई कार्रवाई की जा रही है. इसके चलते प्रशासन की मौन स्वीकृति के साथ अवैध खनन किया जा रहा है. अवैध जिप्सम के खनन से हर महीने खनन विभाग को करोड़ों का नुकसान हो रहा है. वन विभाग व फिल्ड फायरिंग रेंज मे खनन माफियाओं द्वारा हर महीने करोडों का नुकसान पहुंचाया जा रहा है.
अवैध खनन होने के कारण विभाग को प्रति टन 300 रुपए का नुकसान पहुंच रहा है. इसके साथ ही एक ट्रक में 30 टन जिप्सम भरा जा रहा है. ऐसे में प्रति ट्रक 9 हजार रुपए का राजस्व नुकसान विभाग को हो रहा है, इसके साथ ही रोजाना 30 से 50 ट्रक जिप्सम जैसलमेर के नाचना व मोहनगढ़ से बाहर फैक्ट्रीयों मे जा रहा है.
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खनन विभाग का जिला मुख्यालय पर कार्यालय होने के कारण अवैध खनन माफिया के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए विभाग को सैकड़ों किलोमीटर का सफर तय कर आना पड़ता है उस दौरान तक अवैध खनन माफिया सतर्क हो जाते हैं इसके साथ ही पूर्व में हुई कार्रवाई में भी स्थानीय पुलिस द्वारा अवैध खनन करने वाले वाहनों और चालकों को पकड़ा गया था, लेकिन इसके बाद खुली छूट दे दी अब शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं कर रहे हैं.