अब सालाना लाखों रुपये के बिल भरने वाले होटल वालों को सरकार की तरफ से 9 रुपये प्रति यूनिट का चार्ज नहीं लेकर केवल 7 रुपये यूनिट का ही चार्ज लिया जाएगा यानी कॉमर्शियल में भी डोमेस्टिक का चार्ज लिया जाएगा. इस तरह से जैसलमेर के होटल वालों के साल के लाखों रुपये बच जाएंगे.
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Jaisalmer: स्वर्णनगरी जैसलमेर को पर्यटन नगरी भी कहा जाता है और यहां सबसे ज्यादा लोग पर्यटन के व्यवसाय से जुड़े हैं. राज्य सरकार की ओर से पर्यटन को अब उद्योग (इंडस्ट्री) का दर्जा दिए जाने के बाद जैसलमेर के पर्यटन से जुड़े लोगों को उद्योग का दर्जा मिलने के फायदे भी मिलने शुरू हो गए हैं. सबसे पहले होटल वालों को बिजली के बिलों में 2 रुपये प्रति यूनिट का डिस्काउंट दिया गया है.
अब सालाना लाखों रुपये के बिल भरने वाले होटल वालों को सरकार की तरफ से 9 रुपये प्रति यूनिट का चार्ज नहीं लेकर केवल 7 रुपये यूनिट का ही चार्ज लिया जाएगा यानी कॉमर्शियल में भी डोमेस्टिक का चार्ज लिया जाएगा. इस तरह से जैसलमेर के होटल वालों के साल के लाखों रुपये बच जाएंगे.
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पहले 9 रुपये अब लगेंगे 7 रुपये प्रति यूनिट
जोधपुर डिस्कॉम के जैसलमेर एसई जे आर चौधरी ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट के दौरान टूरिज्म को इंडस्ट्री का दर्जा देने की घोषणा की है. इसके बाद से उद्योग को मिलने वाले हर तरह के फायदे अब टूरिज्म इंडस्ट्री को भी मिलेंगे. सबसे पहला फायदा ये हुआ है कि डिस्कॉम ने होटल और रिसोर्ट्स के बिजली कनेक्शन को अब औद्योगिक इकाई की श्रेणी में लेना शुरू कर दिया है. जहां पहले होटल और रिसॉर्ट के कनेक्शन कॉमर्शियल कैटेगरी में आते थे. वहीं, अब इन्हें औद्योगिक श्रेणी में शामिल कर लिया गया है.
इसमें 9 रुपये प्रति यूनिट की जगह अब पर्यटन सेक्टर को 7 रुपये प्रति यूनिट की बिजली की कीमत चुकानी पड़ेगी. अब इनको प्रति यूनिट 2 रुपये का फायदा हो गया है. जोधपुर डिस्कॉम के जैसलमेर एसई जे आर चौधरी ने बताया कि जैसलमेर पर्यटन नगरी है और यहां बड़ी तादाद में होटल व रिसॉर्ट है. उन्होंने बताया कि इन होटल व रिसॉर्ट में सीजन के दौरान हर महीने 1 हजार यूनिट से 30 हजार यूनिट तक बिजली खर्च होती है. ऐसे में 2 रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से हर महीने इन व्यवसायियों को 2 हजार रुपये से लेकर 60 हजार रुपये तक का फायदा होगा.
होटल और रिसॉर्ट वालों ने जताया आभार
जैसलमेर के प्रिया होटल के मालिक मयंक भाटिया ने बताया कि कोरोना काल में जैसलमेर के पर्यटन व्यवसाय को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ था. जहां सरकार ने अन्य वर्गों के लिए कुछ लाभ दिए थे वहीं पर्यटन व्यवसाय को कुछ खास फायदा नहीं मिला था लेकिन इस बार प्रदेश सरकार ने इंडस्ट्री का दर्जा दे दिया है, जिससे अब कई फायदे मिलेंगे. उन्होंने बताया कि अब होटल इंडस्ट्रीज होने से सबसे पहले बिजली के बिलों में फायदा मिलने की खबर से सबको बहुत खुशी है. सालाना लाखों सैलानी जैसलमेर आते हैं, जिससे हमारा लाइट का बिल भी लाखों में जाता है. अब 2 रुपये प्रति यूनिट में फायदा मिलने से सबके सालाना लाखों रुपये बचेंगे. इन बचे पैसों से हम सैलानियों को सुविधा बढ़ाने में इस्तेमाल करेंगे.
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