World Water Day: विश्व जल दिवस आज, जलदाय मंत्री महेश जोशी ने दिया संदेश, जल की बचत ही जल की उत्पत्ति
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World Water Day: विश्व जल दिवस आज, जलदाय मंत्री महेश जोशी ने दिया संदेश, जल की बचत ही जल की उत्पत्ति

आज विश्व जल दिवस है. ब्राजील में रियो डी जेनेरियो में वर्ष 1992 में आयोजित पर्यावरण और विकास का संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में विश्व जल दिवस मनाने की पहल की गई.

फाइल फोटो

Jaipur: आज विश्व जल दिवस है. ब्राजील में रियो डी जेनेरियो में वर्ष 1992 में आयोजित पर्यावरण और विकास का संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में विश्व जल दिवस मनाने की पहल की गई. वर्ष 1993 में संयुक्त राष्ट्र ने अपने सामान्य सभा के द्वारा निर्णय लेकर इस दिन को वार्षिक कार्यक्रम के रूप में मनाने का निर्णय लिया. इस कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों के बीच में जल संरक्षण का महत्व साफ पीने योग्य जल का महत्व बताना था, तभी से विश्व जल ​दिवस मनाने की शुरूआत हुई.

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विश्व जल दिवस पर राजस्थान में पानी की स्थिति को समझना बहुत ज्यादा जरूर है, क्योंकि मरूधरा की मिट्टी लगातार सूखती जा रही है. इसलिए आज विश्व जल दिवस के मौके पर जलदाय मंत्री महेश जोशी ने पानी बचाने का संदेश दिया और कहा कि पानी की बचत ही पानी की उत्पति है. इसलिए पानी को बचाना बहुत जरूर हो गया है. इस दौरान महेश जोशी ने पोस्टर विमोचन किया. महेश जोशी का कहना है कि केवल सरकार ही नहीं, बल्कि राजस्थान की जनता को भी पानी बचाने में सहयोग करना ही होगा. क्योंकि राजस्थान की मौजूदा हालात चिंताजनक है.

वैसे भी राजस्थान का ग्राउंड वाटर लेवल भी लगातार गिरता जा रहा है. दस साल पहले जहां 285 में से 100 ब्लॉक ही डार्क जोन में थे, जो अब बढ़कर 203 तक पहुंच गए हैं. यानि भूजल का अतिदोहन हो रहा है. अतिदोहन का मतलब ये है कि जमीन में पानी कम जा रहा है और पानी अधिक निकाला जा रहा है.

ऐसे में अब पानी की मौजूदा स्थिति को देखते हुए हर व्यक्ति को पानी की बचत करना ही होगा, यदि ऐसा नहीं हुआ तो भविष्य पर संकट पैदा हो सकता है. क्योंकि जल है तभी हमारा कल है.

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