पढ़ाई लिखाई पूरी होने के बाद जब नौकरी लग जाए तो आस-पड़ोस और परिवार-रिश्तेदार पूछना लग जाते हैं कि आखिर शादी कब कर रहे हो. हमारे समाज में शादी की उम्र को लेकर अक्सर चर्चा होती है. हालांकि कुछ यंगस्टर्स का यह भी मानना है कि शादी को उम्र से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए.
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Right Age to get Married : पढ़ाई लिखाई पूरी होने के बाद जब नौकरी लग जाए तो आस-पड़ोस और परिवार-रिश्तेदार पूछना लग जाते हैं कि आखिर शादी कब कर रहे हो. हमारे समाज में शादी की उम्र को लेकर अक्सर चर्चा होती है. हालांकि कुछ यंगस्टर्स का यह भी मानना है कि शादी को उम्र से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए. वहीं कई लोगों के विचार होते हैं एक तय उम्र में शादी हो जानी चाहिए. वहीं कानूनी तौर पर हम 18 साल में बालिग हो जाते हैं, लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या 18 साल के बाद लड़का या लड़की इतना समझदार हो जाता है कि सही और गलत-समझ के बीच फैसला कर सके.
इस पर मशहूर कथावाचक और मोटिवेशनल स्पीकर जया किशोरी का मानना है कि शादी को लेकर आमतौर पर यह धारणा होती है कि जब लड़की समझदार हो जाए और सारी बातों को समझने लगे तो उसकी शादी कर देनी चाहिए, जबकि जब लड़का बिगड़ने लगे तो कहा जाता है कि अब इसकी शादी करवा दो. जिम्मेदारी आएगी तो खुद-ब-खुद सुधर जाएगा, लेकिन हकीकत में ऐसा नहीं करना चाहिए.
जया किशोरी का मानना है कि लड़कों की शादी कभी यह सोचकर नहीं करनी चाहिए कि पत्नी आकर उसे सुधारेगी. यह इसलिए भी क्योंकि जो लड़की शादी कर के आएगी. उसके भी कुछ सपने होते हैं, जो कुछ ख्वाब लेकर अपने ससुराल आती है. ना कि वह यह सोच कर आती है कि उसे किसी बिगड़े इंसान को सुधारना है. जया किशोरी का कहना है कि किसी बिगड़े लड़के को लड़की के गले बांधना उसके और उसके माता-पिता के साथ धोखा करने जैसा है. ऐसे में पहले अपने बेटे को सुधारें और फिर सही राह प लाएं.
वहीं शादी की सही उम्र को लेकर जया किशोरी का मनना है कि शादी कोई आम काम नहीं है जो कि इतने वक्त पर हो जाना चाहिए या इसकी उम्र निकल जाएगी. लड़का हो या लड़की दोनों की शादी उसी समय करें जब दोनों इसके लिए तैयार हो, क्योंकि शादी कोई काम या नहीं है. ये जिंदगी का सवाल है. जया किशोरी का कहना है कि शादी एक प्रेम का बंधन होता है, व्यक्ति अपनी जिंदगी के अगले 50 साल एक साथ एक कमरे में बिताने वाला होता हैं. ऐसे में शादी के लिए एक सही जीवनसाथी का चुनाव बेहद सोच समझ कर करना चाहिए. क्योंकि शादी नई कहानी की शुरुआत होती है और जब लड़का और लड़की दोनों समझदार हो जाएं और इस बंधन को समझ सके तभी दोनों को शादी करनी चाहिए, क्योंकि ऐसे में ही दोनों खुश रह पाएंगे.
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