रीट लेवल 2 के रद्द होने के बाद लेवल 1 को भी रद्द करने की मांग पिछले लम्बे समय से उठ रही है, और इसी मांग को लेकर एक बार फिर से एसओजी में अभ्यर्थियों द्वारा शिकायत की गई है.
Trending Photos
Jaipur: रीट लेवल 2 के रद्द होने के बाद लेवल 1 को भी रद्द करने की मांग पिछले लम्बे समय से उठ रही है, और इसी मांग को लेकर एक बार फिर से एसओजी में अभ्यर्थियों द्वारा शिकायत की गई है. सम्पर्क पोर्टल पर तीन शिकायत के बाद एसओजी की ओर से शिकायतकर्ता से एसओजी ने शिकायत के आधार पर सभी दस्तावेज ले लिए हैं. साथ ही दस्तावेजों की शीघ्र जांच करने की भी बात कही है. ऐसे में एक बार फिर से लेवल 1 में एसओजी की जांच तेज होती हुई नजर आ सकती है.
गौरतलब है कि 26 सितम्बर को आयोजित रीट अध्यापक पात्रता परीक्षा को आयोजित हुए करीब 7 महीनों का समय बीत चुका है, लेकिन अभी भी पेपर आउट को लेकर चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. एसओजी की ओर से लेवल 2 का पेपर आउट मानते हुए सरकार को रिपोर्ट सौंपी गई थी. साथ ही एसओजी ने लेवल 1 का पेपर आउट नहीं माना था, जिसके बाद सरकार ने लेवल 2 को रद्द करने का फैसला लिया था तो वहीं, लेवल 1 की चयन प्रक्रिया जारी रखने का फैसला भी लिया था.
शिकायकर्ता रामनिवास का कहना है कि लेवल 1 पेपर को एसओजी की ओर से आउट नहीं माना गया, जबकि दोनों ही पेपर एक ही स्ट्रौंग रूम में रखे हुए थे. इसके साथ ही प्रदेश के चार परीक्षा केन्द्रों जिसमें जयपुर का एक परीक्षा केन्द्र भी शामिल है, वहां पर पेपर की सील खुली हुई मिली थी, जिसको परीक्षा केन्द्र द्वारा स्वीकार भी किया गया है.
इन सब की शिकायत सम्पर्क पोर्टल पर भी की गई, लेकिन तीन शिकायत करने के बाद आखिरकार एसओजी ने दस्तावेजों सहित हमें बुलाया था. सभी दस्तावेज ले लिए गए हैं. साथ ही जांच का आश्वासन भी दिया है, लेकिन हमको एसओजी की जांच पर भरोसा नहीं है. पहले भी इतने सारे दस्तावेज होने के बाद एसओजी ने लेवल 1 के पेपर को क्लिनचीट दे दी थी. इसलिए हमारे द्वारा दिए गए सभी दस्तावेजों की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए.
यह भी पढ़ें- कृषि भूमि पर मकान बनाकर रह रहे लोगों के लिए राहत की खबर, विधानसभा में संबंधित बिल हुआ पास
तो वहीं दूसरे शिकायत कर्ता गोविंद हुड्डा का कहना है कि परीक्षा के दिन से ही लेवल 1 और लेवल 2 के पेपर आउट होने के सभी सबूत सरकार और एसओजी के पास है, लेकिन कार्रवाई सिर्फ लेवल 2 पर ही की गई. इसलिए लेवल 1 की भी निष्पक्ष जांच की जाए, क्योंकि लेवल 1 में भी कटऑफ बहुत ज्यादा जाना ये बताता है की कुछ तो गड़बड़ियां हुई है.