कांग्रेस के पूर्व विधायक और अधिकारी के बीच जबरदस्त खटपट, सरेआम एक दूसरे को कहा ये
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कांग्रेस के पूर्व विधायक और अधिकारी के बीच जबरदस्त खटपट, सरेआम एक दूसरे को कहा ये

Rajsamand : राजसमंद जिले में कांग्रेस के एक पूर्व विधायक और एक वर्तमान अधिकारी के बीच खटपट की राजनीतिक गलियारों में जबरदस्त चर्चा हो रही है. 

कांग्रेस के पूर्व विधायक और अधिकारी के बीच जबरदस्त खटपट, सरेआम एक दूसरे को कहा ये

Rajsamand : राजसमंद जिले में कांग्रेस के एक पूर्व विधायक और एक वर्तमान अधिकारी के बीच खटपट की राजनीतिक गलियारों में जबरदस्त चर्चा हो रही है. बता दें कि कुछ लोगों के साथ कुम्भलगढ़ के पूर्व विधायक गणेश सिंह परमार और उनके पुत्र योगेंद्र कुम्भलगढ़ एसडीएम कार्यालय पहुंचे थे जहां पर उन्होंने कई लोगों के सामने उदयपुर स्मार्ट सिटी के एसीईओ प्रदीप सिंह सांगावत को उठाईगीरा कह डाला, तो वहीं अब इस बात को लेकर चर्चा हो रही है कि एक पूर्व विधायक द्वारा वर्तमान में कार्यरत एक बड़े पद बैठे अधिकारी के लिए इस तरह के शब्दों का प्रयोग करना उचित नहीं हैं.

बताया जा रहा है कि यह खटपट न्यू ईयर पार्टी के दिन से ही शुरू हो गई थी. कि आरोप लगाने वालों की तरफ से कुछ लोगों को होटल में भेजा गया था और उन्हें प्रवेश नहीं दिया गया जिसके बाद यह विवाद एसडीएम कार्यालय पहुंच गया. इसके बाद कुम्भलगढ़ के पूर्व विधायक परमार ने अधिकारी पर चरनोट भूमि को खुर्दबुर्द का आरोप लगाते हुए कुम्भलगढ़ के एसडीएम जयपाल सिंह राठौड़ को ज्ञापन सौंपा, तो वहीं परमार ने प्रशासन को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि अगर इस मामले पर जल्द कोई कार्रवाई नहीं की गई तो यहां पर आमरण अनशन भी किया जाएगा.

तो वहीं इस पूरे मामले को लेकर होटल के डायरेक्टर भरतपाल सिंह का कहना है कि यह पूरा षड़यंत्र सिर्फ और सिर्फ अधिकारी को बदनाम करने के लिए रचा जा रहा है, हमने किसी भी भूमि को खुर्दबुर्द नहीं किया है. नववर्ष के दिन आरोप लगाने वालों की ओर से लगभग 10 से 15 लोगों को न्यू ईयर पार्टी में भेजा गया था हमने पर्यटकों की सुरक्षा व्यवस्था के चलते इन्हें पार्टी में ​शामिल करने से मना कर दिया शायद इसी के चलते यह नौबत आई है. 

कुम्भलगढ़ एसडीएम जयपाल सिंह राठौड़ से जब इस बारे में बात की गई तो उन्होंने बताया कि पूर्व विधायक गणेश सिंह परमार अपने पुत्र व कुछ लोगों के साथ कार्यालय आए थे जहां पर उन्होंने चरनोट भूमि को खुर्दबुर्द करने का आरोप लगाते हुए एक ज्ञापन सौंपा है और इस ज्ञापन के अनुसार जांच की जाएगी. आपको बता दें कि इस दौरान योगेंद्र सिंह परमार, पूर्व प्रधान रामेश्वर असावा, विनोद जोशी, मंयक जोशी, पूर्व सरपंच वरदी सिंह, जितेंद्र आमेटा, किशन मेघवाल, अमित शर्मा, प्रियांशु नागोरी, लक्ष्मण मेघवाल सहित कड़िया कंबोडा के लोग मौजूद रहे. तो वहीं सुरक्षा की दृष्टि से केलवाड़ा थाने के सीआई श्यामराज सिंह, आनंद सिंह और नरेंद्र सहित जाप्ता तैनात रहा.

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