Rajasthan: BJP में हार को लेकर मंथन, पहले दिन 9 घंटे में 7 सीटों पर, चार सीटों पर करेंगे 16 जून को चिंतन
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Rajasthan: BJP में हार को लेकर मंथन, पहले दिन 9 घंटे में 7 सीटों पर, चार सीटों पर करेंगे 16 जून को चिंतन

Rajasthan News: लोकसभा चुनाव में हार के कारणों पर मंथन शुरू कर दिया गया है है. दो दिवसीय महामंथन के पहले दिन भाजपा ने करीब 9 घंटे तक सात सीटों पर मिली हार को लेकर समीक्षा की.  आज यानी 16 जून को बाकी चार सीटों पर आत्म चिंतन किया जाएगा. 

Rajasthan Lok Sabha Election 2024

Rajasthan News: लोकसभा चुनाव में हैट्रिक लगाने को लेकर मिशन 25 में फैल हुई प्रदेश भाजपा ने हार के कारणों पर मंथन शुरू कर दिया है. दो दिवसीय महामंथन के पहले दिन भाजपा नेताओं ने करीब 9 घंटे तक सात लोकसभा सीटों पर मिली हार को लेकर समीक्षा की. शेष चार सीटों पर रविवार यानी 16 जून को आत्म चिंतन किया जाएगा. 

लोकसभा चुनाव में पिछले दो टर्म से प्रदेश में भाजपा 25 में से 25 सीटें जीतती आ रही है. इस बार भी बीजेपी ने देश की सभी 25 सीटें जीतकर हैट्रिक लगाने का टारगेट फिक्स किया था लेकिन चुनाव परिणाम में बीजेपी को 14 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा. ऐसे में 11 सीटों पर हुई करारी हार को लेकर बीजेपी की ओर से पार्टी प्रदेश मुख्यालय में दो दिवसीय महामंथन शुरू किया गया.  पहले आज दिन भर पार्टी मुख्यालय पर मैराथन बैठक का दौर चला. पहले दौर की मंथन बैठक में 7 लोकसभा सीटों पर चर्चा हुई. 

बैठक में लोकसभा सीट से जिला अध्यक्ष, लोकसभा प्रभारी ,सांसद प्रत्याशी सहित तमाम पदाधिकारी से चर्चा हुई. एक-एक लोकसभा वार पूरा फीडबैक लिया गया. हार के प्रमुख कारणों में टिकट वितरण में खामी, कार्य कर्ताओं का जनता को वोट बॉलीवुड तक जाने में असफल होना और आपसी भीतर घात प्रमुख रूप से सामने आया. बताया यह भी जा रहा है बैठक के दौरान कुछ सीटों पर चर्चा के दौरान खासा एक दूसरे पर हार के आरोप भी लगे.

ये है हार के कारणों की प्रमुख वजह 
बैठक के अंदर क्या कुछ हार के कारण सामने आए इसको लेकर तो पार्टी के नेता से कुछ कहने से बचते नजर आए लेकिन सूत्रों की माने तो जिन सीटों पर हार हुई है वहां पर सबसे बड़ी वजह में टिकट वितरण और भीतरघात बताई जा रही है. इसके साथ फीडबैक के दौरान आपसी गुटबाजी, पार्टी नेताओं में तालमेल का अभाव और निकले स्तर के कार्यकर्ताओं को तवजी नहीं मिलना भी हार का मुख्य कारण सामने आए. इतना ही नहीं पार्टी सूत्रों की माने तो बैठक में कुछ लोकसभा सीटों पर तो एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप, लगे कुछ नेताओं ने हार की जिम्मेदारी को स्वीकार किया, लेकिन साथ में उन्होंने यह भी कहा कि किसी एक व्यक्ति की वजह से चुनाव नहीं हारते हैं, जिन भी कारणों से चुनाव हार गए हैं, उसे पर मंथन होने के साथ जो जिम्मेदार है उन पर कार्रवाई होनी चाहिए.

आत्म चिंतन में नहीं पहुंचे डॉ. किरोड़ीलाल मीणा
लोकसभा चुनाव में 11 सीटों पर हुई करारी हार के बाद अब प्रदेश बाजपा में महामंथन हुआ 7 लोकसभा सीट जिसमे टोंक-सवाईमाधोपुर,  दौसा, झुंझुनू , नागौर, सीकर, चूरू, बाड़मेर सीट पर चर्चा हुई. लेकिन टोंक सवाई माधोपुर, दौसा सीट के महामंथन में डॉ. किरोड़ी लाल मीणा शामिल नहीं होने पर दिन भर सियासी चर्चाओं का दौर तेज रहा. बताया जा रहा है कि मीणा मावट आबू के दौर पर रहे, जिसकी वजह से बैठक में नहीं पहुंचे जबकि परिणाम सामने आने के बाद से मीणा न सरकारी दफ्तर जा रहे है और न सरकारी गाड़ी का उपयोग कर रहे हैं, इतना ही नहीं मीणा विभाग की फाइलें भी नहीं देख रहे हैं.

11 में 7 पर हुआ मंथन -
 लोकसभा चुनाव में मिशन 25 को लेकर चल रही भाजपा को महज 14 सीटों पर ही सीमेंट गई. 11 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा. पिछले दो चुनाव से 25 की 25 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल कर रही बीजेपी इस बार के अपने परिणामों को लेकर ज्यादा चिंतित है. परिणामों ने प्रदेश से लेकर दिल्ली तक के नेताओं की नींद उड़ा दी है. 

केंद्रीय नेतृत्व ने हार के कारणों की रिपोर्ट मांगी तो प्रदेश के बड़े नेता हार के कारणों को लेकर मंथन करने में जुट गए है. भाजपा मुख्यालय में हुई पहले दौर की बैठक इस बैठक में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी के साथ लोकसभा चुनाव प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे, सह प्रभारी विजया राहटकर भी मौजूद रहेंगी. इतना ही बीते दिन दोपहर बाद मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा भी शामिल हुए. 

बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए कई लोकसभा चुनाव से जुड़े सभी लोगों के साथ बैठना हुआ निश्चित रूप से जहां कई कमी होती है, उसका चिंतन होता है, बातचीत होती है, वही इस बैठक में हुआ. इसके साथ आगामी कार्यक्रमों के लेकर चर्चा हुई, आज भी बैठक होगी. सीपी जोशी ने कहा कि बैठक में सिर्फ चुनाव को लेकर नहीं बल्कि आगामी कार्यक्रमों को लेकर बातचीत हुई है, निश्चित रूप से जो अमृत मंथन निकलेगा वह जल्द सबके सामने होगा. किरोड़ी लाल मीणा की अनुपस्थिति को लेकर सीपीसी ने कहा कि व्यक्तिगत कारण से नहीं आ पाए , कुछ लोग बाहर थे इसलिए नहीं आए . बाकी सभी कार्यकर्ता और नेता जो अपेक्षित थे बैठक में उसे पहुंचे हैं.

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