राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लेकर एक दिन की कार्यशाला आयोजित, अलग-अलग बिंदुओं पर चर्चा
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राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लेकर एक दिन की कार्यशाला आयोजित, अलग-अलग बिंदुओं पर चर्चा

राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद की ओर से आज राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लेकर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया.कार्यशाला में शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे,,तो वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता शिक्षा राज्यमंत्री जाहिदा खान ने की.

राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लेकर एक दिन की कार्यशाला आयोजित, अलग-अलग बिंदुओं पर चर्चा

JAIPUR: राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद की ओर से आज राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लेकर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया.कार्यशाला में शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे,,तो वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता शिक्षा राज्यमंत्री जाहिदा खान ने की. कार्यक्रम में अतिरिक्त मुख्य सचिव शिक्षा पवन कुमार गोयल, प्रारंभिक और माध्यमिक शिक्षा निदेशक गौरव अग्रवाल सहित शिक्षा विभाग के अधिकारी मौजूद रहे., इसके साथ ही 17 विभागों के अधिकारी भी वर्कशॉप में मौजूद रहे.

विभाग से जुड़े लोग नई शिक्षा नीति के बारे में पढ़ें

केन्द्र सरकार की ओर से साल 2020 में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति बनाई गई और उसके बाद से ही राष्ट्रीय शिक्षा नीति को देश के हर राज्य द्वारा लागू किया जा रहा है. इस राष्ट्रीय शिक्षा नीति को किस प्रकार बेहतर ढंग से लागू किया जा सके. इसको लेकर आज इस वर्कशॉप का आयोजन किया गया. प्रारंभिक एवं माध्यमिक शिक्षा निदेशक गौरव अग्रवाल ने संबोधित करते हुए कहा कि जब तक शिक्षक और शिक्षा विभाग से जुड़े हुए लोग नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के बारे में नहीं पढ़ेंगे तब तक ये प्रभावी ढंग से लागू नहीं की जा सकती है.

इसलिए पहले इसको खुद पढ़ना होगा और उसके बाद लागू करना होगा. वहीं एसीएस शिक्षा पवन कुमार गोयल ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लेकर समय समय पर कई कार्यशाला आयोजित हुई है और इन कार्यशाला का फायदा शिक्षकों और शिक्षा अधिकारियों को मिलता रहा है.

कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री थे मौजूद 
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने कहा कि "राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लेकर ये कार्यशाला बहुत महत्वपूर्ण है.इस कार्यशाला में जो सुझाव आएंगे उन पर बेहतर ढंग से इस नीति को और प्रभावी रूप से लागू किए जाने पर कार्य किया जाएगा,,बच्चों को पढ़ाई के प्रति प्रेरित करना चाहिए. बच्चों को मोबाइल और टीवी से दूर करते हुए खेलों की ओर भी बढाना चाहिए. साथ ही उनको संतुलित भोजन देना चाहिए. प्रदेश में सरकार की ओर से शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने के लिए कई कदम उठाए गए हैं और कई पैरामीटर पर प्रदेश शिक्षा के क्षेत्र में पहले और दूसरे पायदान पर काबिज है."

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