16 दिसंबर को कालाष्टमी और सूर्य गोचर का सुखद संयोग, इन तीन राशियों की किस्मत का खुलेगा ताला
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16 दिसंबर को कालाष्टमी और सूर्य गोचर का सुखद संयोग, इन तीन राशियों की किस्मत का खुलेगा ताला

Surya Transit And Kalashtami 2022 : 16 दिसंबर को साल 2022 का आखिरी सूर्य गोचर(Surya Transit In Dhanu) और कालाष्टमी (Kalashtami )है. जो बेहद महत्वपूर्ण है. आत्मा के कारक सूर्य कुंडली में मजबूत हों तो मान सम्मान में बढ़ोत्तरी करते हैं. इस बार ये संयोग तीन राशियों के लिए किस्मत खोलने वाला साबित होगा.

16 दिसंबर को कालाष्टमी और सूर्य गोचर का सुखद संयोग, इन तीन राशियों की किस्मत का खुलेगा ताला

Astrology Prediction 16 December : नए साल 2023 के आने से पहले ही सूर्य का 16 दिसंबर को धनु राशि में होने वाला गोचर तीन राशियों के लिए शानदार दिनों की शुरूआत करने वाला है. इसी दिन कालाष्टमी होने के चलते ये दिन और खास हो जाता है. कालभैरव की पूजा से आर्थिक उन्नति का मार्ग प्रशस्त होता है.

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मेष राशि
सूर्य का गोचर आपकी राशि की कुंडली में अष्टम भाव से नवम में हो रहा है. जो भाग्योदय का संकेत है. साथ ही सुख-साधनों को बढ़ाने वाला है. जो लोग सरकारी नौकरी की उम्मीद लगाए बैठे हैं. उन्हे शुभ समाचार मिल सकता है. साथ ही इस समय के दौरान आपको परिवार का पूरा साथ मिल सकता है.

मिथुन राशि
सूर्य का गोचर आपके लिए बहुत शुभ माना जा सकता है. अगर बिजनेसमैन है तो मुनाफे के सौदे मिलेंगे. लेकिन शादीशुदा हैं तो जीवन में थोड़ा तनाव भी आ सकता है जो बातचीत के बाद खत्म हो जाएगा. मिथुन राशि का स्वामी बुध है. सूर्य के मित्र माने जाते हैं. ऐसे में ये गोचर अनुकूल परिस्थियां लाने वाला होगा.

कर्क राशि
सूर्य का राशि परिवर्तन कर्क जातकों को लंबे वक्त से चली आ रही कोर्ट कचरही की परेशानी से निजात दिलाने वाला होगा. क्योंकि सूर्य देव आपकी गोचर कुंडली से छठे भाव गोचर करेंगे. इसलिए इस दौरान आपको कार्ट- कचहरी के मामले में सफलता मिलने की पूरी संभावना है. 29 दिसंबर को शुक्र का मकर राशि में प्रवेश, इन राशियों को 2023 में देगा बंपर फायदा

16 दिसंबर को ही कालाष्टमी है और इस दिन भगवान शिव के रौद्ररूप की पूजा की जाती है. ऐसा करने पर काल भैरव रुपए-पैसों से जुड़ी परेशानी को दूर करते हैं और घर में धन धान्य का आगमन होता है. काल भैरव की पूजा अर्चना के बाद मां दुर्गा की पूजा की जाती है.

कालाष्टमी 2022 शुभ मुहूर्त (Kalashtami 2022 Muhurat)
पौष मास की अष्टमी तिथि को कालाष्टमी है
अष्टमी तिथि 16 दिसंबर 2022 की रात करीब 1 बजकर 39 मिनट से शुरू होकर अगले दिन 17 दिसंबर 2022 को प्रात: 3 बजकर 2 मिनट तक है. 

कालाष्टमी पूजा-अर्चना विधि (Kalashtami 2022 Puja Vidhi)
सुबह उठकर स्नान कर साफ कपड़े पहनकर काल भैरव मंदिर में पूजा अर्चना करें. काल भैरव को नारियल, पान, गेरूआ आर्पित करें. चौमुखी दीपक चलाएं और विधि-विधान से पूजा करें और काल भैरव चालीसा और शिव चालीसा का पाठ करें. 

कालाष्टमी के दिन क्या करें और क्या न करें (Kalashtami 2022)
काल भैरव की पूजा के बाद कथा सुनी जाती है और सरसों के तेल का दीपक जलाया जाता है. गरीबों और जरूरतमंदों की मदद कालाष्टमी पर करने पर कालभैरव प्रसन्न होते हैं. कालाष्टमी पर काले कुत्ते को खाना खिलाया जाता है. इस दिन किसी का अपमान करने या फिर झूठ बोलने पर दुष्परिणाम भुगतने पड़ते हैं. आज के दिन शराब का सेवन कभी ना करें.  

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