रॉबर्ट वॉड्रा की 125 बीघा जमीन किसानों को कब मिलेगी वापस? सतीश पूनिया ने कांग्रेस पर साधाना निशाना
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रॉबर्ट वॉड्रा की 125 बीघा जमीन किसानों को कब मिलेगी वापस? सतीश पूनिया ने कांग्रेस पर साधाना निशाना

Satish Poonia: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया ने रॉबर्ड वॉड्रा जमीन प्रकरण मामले में कांग्रेस और राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा है.बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने गुरुवार सुबह मीडिया से कहा कि देश में कांग्रेस पार्टी को लम्बे समय शासन करने का मौका मिला. करीब 55 साल के शासन काल के बाद जनता ने 2014 में ठीक तरीके से पहचाना. 

फाइल फोटो,

Satish Poonia: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया ने रॉबर्ड वॉड्रा जमीन प्रकरण मामले में हाईकोर्ट में रॉबर्ट वॉड्रा की मां की कंपनी की ओर से दायर अपील खारिज होने को लेकर कहा कि अब क्या राहुल गांधी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को निर्देश देकर किसानों की 125 बीघा जमीन वापस दिलवाएंगे? इतना ही नहीं कांग्रेस सरकार में अब तक के भष्टाचार के मामलों को गिनाया बल्कि राम के नाम को लेकर कांग्रेस पर दोहरे चरित्र का आरोप लगाया.

 कांग्रेस की भ्रष्ट नीति, अराजकता, जातिवाद, छद्म धर्म निरपेक्षता के सारे मुद्दों पर हिंदुस्तान की जनता ने कांग्रेस को नक्शे से ही नकार दिया. इनमें भी सबसे ज्यादा मामला भ्रष्टाचार का रहा है. कांग्रेस पार्टी और नेहरू-गांधी खानदान भ्रष्टाचार में लिप्त रहा.

 कांग्रेस के साथ लगातार घोटालों की लंबी फेहरिस्त है. नेहरू मंत्रिमंडल में रक्षामंत्री मेनन का जीप घोटाले के बाद देश में कभी दवा घोटाले, कोयले से लेकर स्पेक्ट्रम, कॉमन वेल्थ घोटाले की लम्बी फेहरिस्त कांग्रेस के हिस्से में जुड़ी रही. नारे गूंजते थे मिस्टर क्लीन मिस्टर क्लीन क्यों है नकली तोप मशीन. बोफोर्स से पाताल व आकाश तक मनमोहन सरकार भी घोटाले से बची नहीं.

''आटे में नमक नही है बल्कि नमक में आटा'' का मामला 
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष पूनिया ने कहा कि जब तक गांधी-नेहरू खानदान दिल्ली में रहा, कोई न कोई भ्रष्टाचार के मुद्दे कांग्रेस के साथ जुड़े रहे, इतना हिंदुस्तान की जनता से सब्र कर लिया होगा. सब्र की सीमा तो तब उठती है जब नेहरू खानदान के दामाद पर सीधे उंगली उठती है. पिछले कांग्रेस कार्यकाल में भी 125 बीघा जमीन ऐसे व्यक्ति को आवंटित कर दी, जिसका कोई कनेक्शन नही था. बाद में रॉबर्ट वाड्रा और उसकी मां की कंपनी के साथ सीधा सीधा जुड़ाव था.

 कालांतर में मुद्दा उच्च न्यायालय गया तो चर्चा शुरू हुई फिर कांग्रेस को फिक्र हुई. मामला सुर्खियों में दोबारा तब आया जब उनकी अपील को निरस्त किया कि अभी इस पर और सुनवाई जारी रखने का फैसला हुआ.

यह इसकी स्वीकारोक्ति है कि कहीं न कहीं कानूनी विधिक परम्परागत रूप से तय है कि रॉबर्ट वाड्रा और परिवार की जमीन आवंटन में संलिप्तता रही है. राजस्थान में किसानें की जमीनें हडपने का काम करना है फिर इनकार करना. हाईकोर्ट में अपील साबित होता हे कि यह केवल आटे में नमक नही है बल्कि नमक में आटा का मामला है. यह वैसा ही मसला ज़िंदा मक्खी निगलने जैसा है.

वॉड्रा जमीन हड़पने वाले माफिया से ज्यादा कुछ नहीं
पूनिया ने कहा कि बीजेपी ने मामला उठाया कि सोनिया के गांधी के दामाद ही नहीं बल्कि रोबर्ट वाड्रा किसानों की जमीन हड़पने वाले माफिया के अलावा कुछ नही है. कांग्रेस की सरकार ने पर्दा डालने की कोशिश की यह आश्चर्य की बात है. शुचिता और नैतिकता की बात करने वालो सीएम को ऐसा नहीं करना चाहिए.

पूनिया ने कहा कि इस मुद्दे पर भारत जोड़ो यात्रा निकालने वाले राहुल गांधी से सवाल है कि उनके रिश्तेदार के खिलाफ किसानें की जमीन हड़पने का मामला है, वो प्रतिक्रिया कब देंगे. मामला झूठा है तो साबित करें, लेकिन राहुल गांधी और सीएम अपनी चुप्पी कब तोड़ेंगे. रॉबर्ट वाड्रा की हड़पी किसानों 125 बीघा कब वापस मिलेगी ? स्काईलाइट कम्पनी रॉबर्ट वॉड्रा की मां की है.

न खाता- न बही, सोनिया गांधी कहे वो ही सही 
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि रोबर्ट वाड्रा पर जमीन हड़पने का मामला गभीर है इसलिए हाइकोर्ट ने ऑब्जर्व किया है. भाजपा की चिंता किसानों को लेकर है. पूनिया ने तंज कसा कि मुख्यमंत्री गहलोत ने दामादश्री को खुश करने के लिए कानून को अनदेखा करके जमीन दी है. गलत तरीके से स्काईलाइट कम्पनी को दी गई ऐसा लगता है कि इनको किसानो से कोई सरोकार नही है. ये ''न खाता न बही और सोनिया गांधी जो कहे वो सही'' की तर्ज पर राज चला रहे हैं.

चाटूकारिता की पराकाष्ठा 
पूनिया ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा में कई रोचक बातें सामने आई, लेकिन भगवान श्रीराम की राहुल से तुलना चाटूकारिता की पराकाष्ठा है. जिन्हें रामजन्मभूमि, राम सेतु से एतराज था. जो जयश्रीराम और सियाराम का भेद नहीं जानते, यह कांग्रेस का दोहरा चरित्र है. वहीं, पेपर लीक मामले को पूनियां ने हत्या जैसा अपराध करार देते हुए कि यह अपराध नहीं बल्कि पाप है, नौजवान आत्महत्या करता है तो यह पाप नहीं हत्या है.

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