विवेकानंद केंद्र के प्रमुख प्रचारक भगवान सिंह ने यात्रा की जानकारी देते हुए बताया कि स्वामी विवेकानंद के जीवन में खेतड़ी नगर का विशेष महत्व रहा.
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Jaipur: आजादी के अमृत महोत्सव के तहत भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय द्वारा विवेकानंद संदेश यात्रा का आयोजन प्रदेश में किया जाएगा. 19 नवंबर को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल भव्य समारोह में यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे. यह यात्रा खेतड़ी रामकृष्ण मिशन विवेकानंद स्मृति मंदिर परिसर से निकाली जाएगी.
विवेकानंद केंद्र के प्रमुख प्रचारक भगवान सिंह ने यात्रा की जानकारी देते हुए बताया कि स्वामी विवेकानंद के जीवन में खेतड़ी नगर का विशेष महत्व रहा. खेतड़ी के महाराजा अजीत सिंह के कहने पर ही उन्होंने अपना नाम विवेकानंद नाम से स्वीकार किया था, साथ ही अमेरिका के शिकागो विश्व धर्म संसद में विवेकानंद ने जो वेशभूषा पहनी थी वह भी अजीत सिंह ने ही उन्हें भेंट की थी, यही पोशाक उनकी स्थाई पहचान बन गई.
आजादी के अमृत महोत्सव के साथ स्वामी विवेकानंद केंद्र की स्थापना के 50 वर्ष भी पूर्ण हो रहे हैं. इसीलिए भारत के समृद्ध गौरव और मानव कल्याण के संदेशवाहक विवेकानंद को राजस्थान के जन जन तक पहुंचाने के लिए इस विवेकानंद यात्रा का आयोजन किया जाएगा. यह यात्रा 50 दिन राजस्थान में भ्रमण करेगी, जिसमें प्रदेश के सभी 33 जिले और 75 स्थानों से होते हुए केंद्र के स्थापना दिवस 7 जनवरी 2023 को जोधपुर में पूर्ण होगी.
स्वामी विवेकानंद राजस्थान के जिन जिन स्थानों पर आए थे, उन सभी जगह पर यात्रा के दौरान विशेष आयोजन आयोजित किए जाएंगे. स्वामी विवेकानंद की दिव्य आदम कद प्रतिमा से सुसज्जित विशाल रथ इस संदेश यात्रा का मुख्य आकर्षण केंद्र रहेगा. यात्रा के दौरान भव्य शोभायात्रा, कलश यात्रा, मैराथन, नागरिक सम्मेलन, स्वामी जी के जीवन प्रसंगों पर फिल्म प्रदर्शन, नुक्कड़ नाटक, के साथ-साथ निबंध, चित्रकला, वाद विवाद सहित अनेक प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएंगी.
यात्रा के दौरान ही विवेकानंद हिंदी प्रकाशन विभाग द्वारा एक पुस्तक वाहन भी रहेगा, जिसमें बच्चे युवा और सभी वर्गों के लिए भी उपयोगी 100 से अधिक पुस्तकें उपलब्ध रहेंगी. भगवान सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि 50 वर्षों में कन्याकुमारी मुख्यालय और देश भर में 1301 शाखाओं और प्रकल्पों के माध्यम से शिक्षा, स्वास्थ्य, जनजाति कल्याण, ग्राम विकास, भारतीय वेद वेदांत, संस्कृति संस्कार, और योग सहित अन्य क्षेत्रों में अनेक महत्वपूर्ण आयाम स्थापित किए हैं. उन्होंने युवा पीढ़ी से आह्वान करते हुए कहा कि यह यात्रा भारत के आध्यात्मिक गौरव को विश्व भर में ले जाने वाले स्वामी विवेकानंद के जीवन और उद्देश्य को समझने का महत्वपूर्ण अवसर है.
Reporter- Anup Sharma