केडी गुप्ता को कंफर्म चीफ इंजीनियर बना दिया गया है. खास बात ये है कि दौड़ में चल रहे हुकुमचंद वर्मा,देवराज सौलंकी में से किसी एक को चीफ बनना था लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
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Jaipur: जी मीडिया की खबर पर RPSC ने मुहर लगा दी है. अजमेर में RPSC ने आखिरकार डीपीसी पर मुहर लगा दी है. जिसमें केडी गुप्ता को कंफर्म चीफ इंजीनियर बनाया गया है. विभाग को दो चीफ इंजीनियर की मिलने की संभावनाएं थी लेकिन एक ही चीफ इंजीनियर की कुर्सी पर मुहर लगाई.
खास बात ये है कि दौड़ में चल रहे हुकुमचंद वर्मा,देवराज सौलंकी में से किसी एक को चीफ बनना था,लेकिन नहीं बन पाए. केडी गुप्ता को डीपीसी से पहले ही चीफ इंजीनियर बना रखा था,अब कंफर्म चीफ बना दिया. अब अगले साल डीपीसी होगी.
विभाग के 7 नए एडिशनल चीफ इंजीनियर बने. मैकेनिकल में SE शुभांशु दीक्षित,सिविल में राजीव गुरतू, ऋषि शर्मा,भवराराम चौधरी,पूरण चंद भिंडा,बलराम शर्मा, अजय सिंह राठौड़ एडिशनल चीफ इंजीनियर बन गए हैं. इसके अलावा जलदाय विभाग को 69 XEN,7SE,7AEN भी मिले हैं.
PHED में नहीं चल पाया ''देवराज''
Zee मीडिया की खबर के बाद भ्रष्ट अफसर को राज नहीं बढ़ेगा. चीफ की दौड़ में एक एडिशनल चीफ इंजीनियर भी थे,2011 में अजमेर में इनके खिलाफ ACB में मुकदमा 163/11 प्रकरण दर्ज हो चुका है. 2017 से यह इंजीनियर चीफ इंजीनियर बनने की दौड़ में लगे हुए थे लेकिन अब की बार भी इंजीनियर को निराशा हासिल हुई.
चीफ की कुर्सी लड़ाई,दूसरे इंजीनियर पर चढ़ाई
आपसी खींचतान का असर ना केवल चीफ की कुर्सी बल्कि दूसरे इंजीनियर की कुर्सी पर दिखाई दिया लेकिन सिर्फ चीफ की लड़ाई में दूसरे इंजीनियर्स को प्रमोशन का मौका ही नहीं मिल पा रहा था. तारीख पर तारीख आती चल रही थी.लेकिन अबकी बार डीपीसी हो गई.
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