Jaipur: फ्रेंच इंस्टीट्यूट इंडिया के प्रोग्राम में शामिल होंगे 100 से अधिक शिक्षक
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Jaipur: फ्रेंच इंस्टीट्यूट इंडिया के प्रोग्राम में शामिल होंगे 100 से अधिक शिक्षक

Jaipur News : फ्रेंच इंस्टीट्यूट इंडिया द्वारा आयोजित 5 दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय फ्रेंच टीचिंग ट्रेनिंग प्रोग्राम यूनिवर्सिटी रीजनल डी ऑटम 2022 की शुरूआत सोमवार से जयपुर के राजस्थान विश्वविद्यालय में हुई. इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन 11 नवंबर तक किया जाएगा.

Jaipur: फ्रेंच इंस्टीट्यूट इंडिया के प्रोग्राम में शामिल होंगे 100 से अधिक शिक्षक

Jaipur: फ्रेंच इंस्टीट्यूट इंडिया द्वारा आयोजित 5 दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय फ्रेंच टीचिंग ट्रेनिंग प्रोग्राम यूनिवर्सिटी रीजनल डी ऑटम 2022 की शुरूआत सोमवार से जयपुर के राजस्थान विश्वविद्यालय में हुई. इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन 11 नवंबर तक किया जाएगा.

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कार्यक्रम की मेजबानी कर रहे राजस्थान विश्वविद्यालय के कुलपति, प्रोफेसर राजीव जैन और फ्रांस के दूतावास/फ्रेंच इंस्टीट्यूट इन इंडिया में शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग के लिए अटैशे, फातिहा कम्माउसी ने इस ट्रेनिंग प्रोग्राम का उद्घाटन किया. इस अवसर पर फातिहा कम्माउसी ने कहा कि फ्रेंच एम्बैसी को भारत में फ्रेंच भाषा के शिक्षकों के साथ उनके प्रोफेशनल स्किल्स को विकसित करने में सहयोग करने पर बहुत गर्व हो रहा है. यह प्रशिक्षण सत्र शिक्षकों के लिए अपने शिक्षण अभ्यासों को अपने साथियों के साथ साझा करने और एक दूसरे से सीखने का अवसर भी है. प्रोफेसर जैन ने कहा कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम शिक्षकों को फ्रेंच सीखने के साथ-साथ शिक्षण के नए ट्रैंड्स को जानने में मदद करेगा.

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यह उन्हें छात्रों को पढ़ाने के दौरान अध्यापन संबंधी साधनों का उपयोग करने में भी मदद करेगा. भारत और श्रीलंका के 100 से अधिक फ्रेंच शिक्षक इस पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं. सभी प्रतिभागियों को शिक्षण क्रियाविधि के विशिष्ट पहलुओं पर सप्ताह के दौरान 30 घंटे का प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है.

फ्रांस के विशेषज्ञ प्रतिभागियों को गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण दे रहे हैं. यह प्रशिक्षण एक विदेशी भाषा के रूप में फ्रेंच सिखाने की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए नवीनतम और प्रभावी अध्यापन संबंधी साधनों के बारे में जानने पर केंद्रित है. फोनेटिक्स व्याकरण, कक्षा में साहित्य शिक्षण आदि जैसे विशेष मॉड्यूल इस प्रोग्राम का हिस्सा हैं. इससे पहले, यूरोपीय भाषा, साहित्य और संस्कृति अध्ययन विभाग की प्रमुख डॉ. निधि रायसिंघानी और राजस्थान विश्वविद्यालय के मानव संसाधन विकास केंद्र की निदेशक, प्रोफेसर अल्पना कटेजा ने प्रतिभागियों का स्वागत किया. 

Reporter- Anup Sharma

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