साप्ताहिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में सोमवार कोप्रोग्रेसिव फॉरम की और से प्रदेश के वरिष्ठ रंगकर्मी सरताज नारायण माथुर के जरिए लिखित एवं निर्देशित नाटक जज़्बा का सफल मंचन हुआ.
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Jaipur: साप्ताहिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में सोमवार कोप्रोग्रेसिव फॉरम की और से प्रदेश के वरिष्ठ रंगकर्मी सरताज नारायण माथुर के जरिए लिखित एवं निर्देशित नाटक जज़्बा का सफल मंचन हुआ. इस मंचन कार्यक्रम के आयोजक राजेन्द्र शर्मा राजू ने बताया कि, सरताज माथुर के जरिए निर्देशित इस नाटक के जरीये देश प्रेम को दर्शाया गया है. यह नाटक युवा पीढ़ी को देश के प्रति अपने दायित्वों, देश सुरक्षा के प्रति आगे बढ़ने की प्ररेणा देता है.
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जज्बा की कहानी देश की सुरक्षा में तैनात वीर सैनिकों के जज्बे की प्रतिबद्धता को दर्शाती है. नाटक में नौजवान सुमेर अपने बड़े भाई की शहादत के बाद भी सेना में भर्ती होता है. सेना के ऑपरेशन के दौरान उसकी भी मौत हो जाती है. उसकी सूचना जब गांव में मिलती है, जब उसकी पत्नि को पता लगता है कि वह मां बनने वाली है. तब वह अपना निर्णय सुनाती है कि, वो अपने होने वाले बच्चे को बड़ा होने पर सेना में ही भेजेगी.
उसकी इस बात को सुनकरसुमेर की मां उसकी जबरदस्त विरोध करती है, लेकिन सुमेर का बड़ा भाई किशन अपनी मां को समझता है कि, वह भी सेना में ही जायेगा. इस जद्दोजहद के बीच सुमेर के पिता निर्णय लेते हैं कि, उनका बेटा किशन देश सेवा के लिये फौज में जाएगा. सात ही यह संदेश में देते है कि यदि हमारे युवा फौज में नहीं गए तो हमारा देश सुरक्षित कैसे रहेगा.
REPORTER:- ANOOP SHARMA
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