गुजरात में विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है. कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भी राजकोट में जनसभा को संबोधित किया. राहुल गांधी के साथ राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी उपस्थित रहे. राहुल गांधी ने कहा कि मोरबी ब्रिज हादसे को मैं कभी नहीं भूलूंगा. इस हादसे के जिम्मेदारों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है.
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Jaipur News: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मोरबी केबल ब्रिज हादसे को लेकर बयान दिया है. मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि गुजरात की जनता एक मौका कांग्रेस को देकर देखे तो अंतर पता चल जाएगा. जब हम मोरबी गए थे तभी हमने उच्च न्यायालय के एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश से जांच की मांग की थी.
आज गुजरात हाईकोर्ट ने संज्ञान लिया. यह सामने आना चाहिए कि किसकी सिफारिश पर इस झूलते पुल का ठेका दिया गया, यह जानना जरूरी है.
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गुजरात में विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है. कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भी राजकोट में जनसभा को संबोधित किया. राहुल गांधी के साथ राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी उपस्थित रहे. राहुल गांधी ने कहा कि मोरबी ब्रिज हादसे को मैं कभी नहीं भूलूंगा. इस हादसे के जिम्मेदारों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. कोई एफआईआर नहीं हो रही है. इस केस में चौकीदार को पकड़ लिया. लेकिन जो इसके कंस्ट्रक्शन के लिए जिम्मेदार हैं, उनके खिलाफ कोई एक्शन नहीं हो रहा है.
राहुल गांधी बोले कि दुख की बात है कि सफर गुजरात से शुरू नहीं हुआ. ज्वाइन इंडिया यात्रा में प्रस्तुतिकरण देने मेरे पास युवा आते हैं. इंजीनियरिंग तक की पढ़ाई की लेकिन नौकरी नहीं मिल रही है. देश के तीन से चार अरब पति टैक्स देते हैं. किसान टैक्स चाहते हैं तो नहीं मिलता. टैक्स नहीं देने पर किसान डिफाल्टर कहलाते हैं.
मोरबी कांड पर राहुल गांधी ने कहा कि तथ्य यह है कि 150 लोग मारे गए, यह कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है, इसलिए मैं नहीं बोलूंगा. मैंने यह जवाब पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब में दिया. जो दोषी हैं उनके खिलाफ न तो एफआईआर होती है और न ही कार्रवाई. बीजेपी से अच्छे संबंध के चलते नहीं हुई कार्रवाई, सिर्फ चौकीदारों को गिरफ्तार किया.
लॉकडाउन को किया याद
कोरोना में लॉक डाउन के मुद्दे पर राहुल गांधी ने कहा कि कोरोना काल में गुजरात में रोजगार के लिए मजदूर हजारों किलोमीटर पैदल आए. पत्रकार ने जब मुझसे भारत जोड़ो यात्रा में पद यात्रा के बारे में पूछा कि इतनी दूर चलोगे तो मैंने कहा कि कोरोना में कार्यकर्ता चले तो मैं चलता रहूंगा. आज सभी क्षेत्रों का निजीकरण किया जा रहा है. दो से तीन उद्योगपतियों को दिया जा रहा. हमारी सरकार में पेट्रोल 60 रुपये था. गैस सिलेंडर 400 का था. आज 1100 की है.