कैग राजस्थान नवंबर के चौथे सप्ताह को कैग का ऑडिट सप्ताह 2022 के रूप में मना रही है. जिसमें बताया गया है राजस्थान में खर्च हुए 3.8 लाख करोड़ रुपये की ऑडिट का काम CAG कर रहा है.
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Jaipur News: कैग राजस्थान नवंबर के चौथे सप्ताह को कैग का ऑडिट सप्ताह 2022 के रूप में मना रही है. जिसमें बताया गया है राजस्थान में खर्च हुए 3.8 लाख करोड़ रुपये की ऑडिट का काम CAG कर रहा है.
कैग राजस्थान नवंबर के चौथे सप्ताह को कैग का ऑडिट सप्ताह-2022 के रूप में मना रही है. जिसमें उन्होंने राजस्व वसूली को लेकर कई सारी बाते विस्तार से बताई है. कैग राजस्थान के प्रधान महालेखाकार के. सुब्रह्मण्यम ने मीडिया में खास बातचीत में बताया कि संविधान और लोकतांत्रिक व्यवस्था के तहत जो जिम्मेदारी उन्हें दी गई है वह उसे बखूबी निभाएंगे.
आगे कैग राजस्थान के प्रधान महालेखाकार ने बताया कि विभिन्न सरकारी योजनाओं के तहत राजस्थान में खर्च हुए 3.8 लाख करोड़ रुपये की ऑडिट का काम CAG कर रहा है. 12 रिपोर्ट्स सालाना विधानसभा के पटल पर रखी जाती है. 1500 सरकारी विभागों और संस्थाओं का ऑडिट कर नियंत्रण का काम कर रहे है। बीते वर्ष 1,654 करोड़ रुपये राजस्व वसूली के लिए सरकार का ध्यान दिलाया. क्योंकि देश के राजस्व को लेकर उनकी अकाउंटेबिलिटी और पारदर्शिता स्थापित करने का इसके जरिए प्रयास है. और हमारी ऑडिट रिपोर्ट्स सार्वजनिक पटल पर हमेशा मौजूद रहती है. सरकार तक रिपोर्ट पहुंचाना हमारा काम है, उस वह क्या काम करती है यह हमारा काम नहीं है. लेकिन अब तक यही देखा गया है कि राज्य सरकार ने हमेशा हमारी रिपोर्ट को हमेशा गम्भीरता से लिया है
कैग की ऑडिट रिपोर्ट में दोषी पाए गए अधिकारियों पर कार्रवाई करने की बात पर उन्होंने कहा कि हमारा काम ऑडिट कर रिपोर्ट देना है, उस पर आगे क्या कार्रवाई होती है यह संबंधित अथॉरिटी को देखना है. कुछ महत्वपूर्ण सुझाव सामने आए है, इनमें कैग की तर्ज पर राजस्थान सरकार की अलग से ऑडिट विंग बनने, प्रमुख सचिव को जिम्मेदारी देने, राजस्व अनदेखी के बड़े बिंदुओं की अलग से रिपोर्ट बनना शामिल है.
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