Jaipur : राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ( Ashok gehlot ) ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ( gajendra singh shekhawat ) को निकम्मा कहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( narendra modi ) से उनको हटाने की अपील की है.
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Jaipur : राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर निशाना साधते हुए शेखावत को निकम्मा कहा है. और कहा कि हम तो कहेंगे कि प्रधानमंत्री से ऐसे मंत्री को हटा देना चाहिए. Ashok gehlot जयपुर में मुख्यमंत्री आवास पर ERCP पर आयोजित कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे.
मुख्यमंत्री ने कार्यशाला में मौजूद कांग्रेसी नेताओं को संबोधित करते हुए कहा कि अजमेर में हुई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा में उन्हौने इस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा देने का वादा किया था. लेकिन केंद्रीय जलशक्ति मंत्री कहते है कि पीएम मोदी ने ऐसा नहीं कहा. जबकि उस सभा के भाषण को आज भी सुन सकते है. अगर उस मंत्री को ये नहीं पता कि प्रधानमंत्री क्या बोल रहे है. इसका मतलब पीएम की मीटिंग में उनके मंत्री अब्सेंट माइंड रहते है.
सीएम गहलोत ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री की मीटिंग में किसी मंत्री का अब्सेंट माइंड रहना ठीक नहीं है. इसका मतलब हम तो कहेंगे कि प्रधानमंत्री जी ऐसे निकम्मे मंत्री को रखते ही क्यों हो. जो आपकी सभा में भी अब्सेंट माइंड रहे.
दरअसल कांग्रेस और बीजेपी के बीच पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना को लेकर काफी राजनीति हो रही है. हाल ही में बीजेपी ने जयपुर में बड़ी मीटिंग की थी. जिसमें केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत भी शामिल हुए थे. कांग्रेस की कोशिश है कि 2023 के विधानसभा चुनावों से पहले ERCP को पूर्वी राजस्थान का बड़ा सियासी मुद्दा बनाया जाए और इस योजना का काम पूरा नहीं होने के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार बताकर बीजेपी को घेरा जाए. इधर बीजेपी लगातार पार्टी पदाधिकारियों के जरिए ये साबित करने में जुटी है कि इसके लिए जिम्मेदार राज्य सरकार है. उसके भेजे हुए प्रस्ताव में खामिया है.
पूर्वी राजस्थान के 13 जिले बूंदी, सवाई माधोपुर, अलवर, भरतपुर, अजमेर, टोंक, झालावाड़, बारां, कोटा, जयपुर, करौली, दौसा और धौलपुर जिले शामिल हैं. इसी इलाके में 2018 के विधानसभा चुनावों के समय कांग्रेस ने बढ़त हासिल की थी. बीजेपी यहां वापसी की कोशिश कर रही है. लेकिन कांग्रेस किसी भी हाल में इस इलाके में बीजेपी को बढ़त नहीं देना चाहती. लिहाजा वो लगातार ERCP प्रोजेक्ट को बड़ा मुद्दा बना रही है.