Rajasthan Crime: हनुमानगढ़ जिले के भादरा थाने से एक ऐसी खबर सामने आई है, जिसे जानाकर आप भी एक पल को सोचने को मजबूर हो जाएंगे कि क्या सच में राजस्थान पुलिस प्रशासन इतना लापरवाह हो गया है. इसका अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि बदमाशों से घिरे पुलिसकर्मियों की मदद करने में भी पुलिस टालमटोल करती रही.
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Rajasthan Crime: राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले के भादरा थाने से एक ऐसी खबर सामने आई है, जिसे जानाकर आप भी एक पल को सोचने को मजबूर हो जाएंगे कि क्या सच में राजस्थान पुलिस प्रशासन इतना लापरवाह हो गया है.
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आमजन में विश्वास और अपराधियों में भय के अपने इस ध्येय वाक्य को लेकर पुलिस कितनी गंभीर है, इसका अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि बदमाशों से घिरे पुलिसकर्मियों की मदद करने में भी पुलिस टालमटोल करती रही.
साहवा थाने की महिला पुलिसकर्मी के भादरा थाने में सूचना देने के बावजूद पुलिसकर्मी नहीं पहुंचे. मगर तब तक पुलिस के आला अफसरों तक बात पहुंच चुकी थी, लेकिन पुलिस की सुस्ती देखिए कि इतने बड़े घटनाक्रम के मामले में भी वारदात के तकरीबन 74 घंटे बाद मामला दर्ज किया गया है.
हालंकि मौके पर महिला थानाधिकारी ने अपनी सरकारी पिस्टल से ही अपनी सुरक्षा की. इस मामले में लापरवाही व संवेदनहीनता दिखाने के चलते भादरा थाना प्रभारी हनुमानाराम बिश्नोई को गुरुवार को लाइन हाजिर कर दिया गया था.
क्योंकि घटना के समय ड्यूटी पर तैनात ड्यूटी अधिकारी ने मौके पर नहीं पहुंचने का कारण बताया था कि थाना प्रभारी हनुमानाराम बिश्नोई ने उनको मना किया था. राज्य सरकार और पुलिस विभाग महिला सुरक्षा को लेकर बड़े दावे करते हैं.
यह मामला उनके दावों की पोल खोलने का सशक्त प्रमाण है, हालंकि जब इस मामले में हमारे संवादाता ने उच्चाधिकारियों से संपर्क करना चाहा तो उनसे संपर्क नहीं हो पाया.