Hanumangarh: गोकशी को लेकर लगाए गए कर्फ्यू में शनिवार को दी गई ढील, प्रकरण की CBI जांच की उठी मांग
Advertisement

Hanumangarh: गोकशी को लेकर लगाए गए कर्फ्यू में शनिवार को दी गई ढील, प्रकरण की CBI जांच की उठी मांग

हनुमानगढ़ जिले के चिड़ियागांधी गांव में गोकशी मामले को लेकर हुए बवाल के बाद लगाया गए कर्फ्यू में शनिवार को कर्फ्यू में दो दिन बाद 10 से 4 बजे तक ढील दी गई. 

कर्फ्यू में शनिवार को दी गई ढील

Hanumangarh: हनुमानगढ़ जिले के चिड़ियागांधी गांव में गोकशी मामले को लेकर हुए बवाल के बाद लगाया गए कर्फ्यू में शनिवार को कर्फ्यू में दो दिन बाद 10 से 4 बजे तक ढील दी गई. वहीं गोकशी के विरोध में भादरा का बाजार पूरी तरह बंद रहा. वहीं दोपहर बाद भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से बात कर राज्यपाल के नाम सीबीआई से पूरे प्रकरण की जांच और कानून व्यवस्था को लेकर ज्ञापन सौंपा है.

चिड़ियागांधी गांव में गोकशी मामले में आज भारतीय जनता पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने जिला कलेक्टर नथमल डिडेल और पुलिस अधीक्षक डॉ अजय सिंह राठौड़ से वार्ता की है. वार्ता में श्रीगंगानगर सांसद निहालचंद मेघवाल, पीलीबंगा विधायक धर्मेंद्र मोची, संगरिया विधायक गुरदीप शाहपीनी, पूर्व मंत्री डॉ. रामप्रताप, भाजपा जिला अध्यक्ष बलवीर बिश्नोई आदि ने मामले की सीबीआई जांच की मांग रखी है.

यह भी पढ़ें - हिंडोली को सीएम ने दी 1500 करोड़ के विकास कार्यों की सौगात, ERCP को लेकर केंद्र पर बरसे गहलोत

इसके अलावा प्रतिनिधिमंडल ने प्रदर्शनकारियों पर दर्ज मुकदमों को वापस लेने की भी मांग रखी और कहा कि इस मामले में प्रदर्शनकारियों को प्रताड़ित किया जा रहा है और पुलिस द्वारा झूठे मुकदमे दर्ज किए जा रहे है. वार्ता में जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने प्रतिनिधिमंडल को उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है. वार्ता के बाद पत्रकारों से बात करते हुए सांसद निहालचंद ने कहा कि वे इस मामले को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के समक्ष भी रखेंगे और मामले की सीबीआई जांच की मांग करेंगे.

चिड़ियागांधी गांव में गोकशी मामले के विरोध में भादरा का बाजार बंद रहा. बड़ी बात ये है कि बाजार बंद का आह्वान किसी भी व्यापारिक संगठन ने नहीं किया था. व्यापारियों ने स्वेच्छा से अपनी दुकानें बंद रखकर घटना का विरोध जताया है. व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद रखकर पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग रखी है. बंद के दौरान व्यापारियों ने अपनी दुकानों के शटर पर पोस्टर चिपकाए, जिसमें लिखा गया था कि गौ हत्या के विरोध में वे अपनी दुकान बंद रख रहे हैं और इस प्रकरण की सीबीआई जांच की मांग कर रहे है. 

बंद के दौरान आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी प्रतिष्ठान बंद रहे और स्वेच्छा से हुए इस बंद का व्यापक असर भी देखने को मिला है. वहीं बंद के दौरान पुलिस प्रशासन भी मुस्तैद दिखा. चिड़िया गांधी गांव में शुक्रवार शाम को ग्रामीणों के साथ जिला प्रशासन और पुलिस अधिकारियों की बैठक में इलाके में कर्फ्यू को लेकर एक बैठक की गई, जिसमें लगभग 1 घंटे की वार्ता के दौरान जिला कलेक्टर नथमल डिडेल और एसपी अजय सिंह राठौड़ को ग्रामीणों ने गांव में शांति बनाने को लेकर आश्वस्त किया था. 

जिसके बाद जिला कलेक्टर नथमल डिडेल ने शुक्रवार देर रात आदेश जारी कर कर्फ्यू में ढील देते हुए शनिवार सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक बाजार खोलने की अनुमति जारी कर दी थी, जिसे शनिवार को दोबारा रिव्यू करके प्रशासन ने रविवार को सुबह 10 बजे से शाम 7 बजे तक बाजार खोलने की अनुमति जारी कर दी है. वहीं शनिवार को कर्फ्यू में ढील देने के बाद इलाके में पूरी तरह शांति रही. इसको लेकर पुलिस और उपखंड प्रशासन से समीक्षा कर जिला कलेक्टर नथमल डिडेल ने भादरा उपखंड क्षेत्र में बंद की गई इंटरनेट सेवाओं का शनिवार दोपहर में बहाल करने का आदेश जारी कर दिए.

Reporter: Manish Sharma

हनुमानगढ़ की अन्य खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

खबरें और भी हैं...

बेरोजगारों के लिए CM गहलोत सरकार का तोहफा, प्रतियोगी परीक्षाओं की आयु सीमा में मिली छूट

31 जुलाई से शुरू होगी रीवा-उदयपुर स्पेशल ट्रेन, रेल मंत्री दिखाएंगे हरी झंडी, जानें ट्रेन से जुड़ी जानकारी

अनोखी पहल: गाय की मृत्यु पर भारतीय परंपरा के हिसाब से अंतिम संस्कार, लोक गीत गाकर दी गई अंतिम विदाई

Trending news