जिले के लाखेरी उपखंड क्षेत्र में मोबाइल टावर से केबल चोरी करने वाली सवाईमाधोपुर की रोमियो गैंग का सरगना और एक सदस्य को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
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Keshoraipatan: बूंदी जिले के लाखेरी उपखंड क्षेत्र में मोबाइल टावर से केबल चोरी करने वाली सवाईमाधोपुर की रोमियो गैंग का सरगना और एक सदस्य को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पुलिस की पड़ताल मे सामने आया है कि यह गैंग बड़ी प्लानिंग के साथ टावर से बेशकीमती केबल की चोरी की वारदात को अंजाम देती है.
इस गैंग का एक सदस्य पर पहले टावर पर टेक्नीशियन के रूप मे काम कर चुका है. शहर के पास नाडी भावपुरा गांव के पास लगे मोबाइल टावर पर हुई केबल चोरी की वारदात के पड़ताल में पुरी गैंग की एक्टिविटि और वारदातों का खुलासा हुआ है. यह गैंग अब बुंदी सवाईमाधोपुर सहित कई जगह चोरी की वारदात को अंजाम दे चुकी है. बीते 17 जुलाई को नाड़ी भावपुरा के पास लगे रिलायंस जियो टावर का अचानक अलार्म बजा तो साइट टेक्नीशियन रामेश्वर प्रसाद को मौके पर भेजा. उस समय दो युवक भागते नजर आए. ये लोग टावर से केबल काटकर ले जा रहे थे. पीछा करने पर केबल छोड़ गए.
इनको काफी तलाश पर पर पता नहीं लगा. बाद मे कंपनी के जयपुर निवासी अधिकारी जितेन्द्र सिंह ने पुलिस मे मामला दर्ज करवाया था. पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू की. जांच में आसुचना और सीसीटीवी फुटेज के इनपुट से सवाईमाधोपुर की रोमियो गैंग निशाने पर आ गई. यह गैंग बड़ी बारीकी से टावर से केबल चोरी करने में माहिर निकली. पुलिस ने संदिग्ध लोगों की तलाश कर रैकी की तो गैंग का सरगना दिलखुश और रामकेश गुजर पुलिस की गिरफ्त में आ गए. पुलिस ने पूछताछ की तो इन लोगों ने बूंदी सवाईमाधोपुर लाखेरी में वारदात करना कबूल किया.
यहां कर चुके हैं वारदात
रोमियो गैंग का सरगना दिलखुश पुलिस की पकड़ में आया तो मोबाइल टावर से केबल चोरी के कई राज उजागर होने लगे. ये लोग सवाईमाधोपुर में चौथ का बरवाड़ा रवांजना डुगंर निमली खुरद शिवाड़ हिंदवाड शयोपुरा सहित बूंदी मे इंदरगढ़ के रामनगर और लाखेरी में नाड़ी भावपुरा मे केबल चोरी की वारदात को अंजाम दे चुके थे. केबल चोरी को लेकर दिलखुश ने एक ऐसी गैंग बनाई है, जो टावर से सुनियोजित तरीके से केबल चोरी करते हैं.
इस गैंग मे दिलखुश के गांव के युवक शामिल है. इसमे जितेंद्र सिंह उर्फ आषी धारा सिंह संजय बैरवा रामकेश शामिल है. इसमे जितेन्द्र वारदात को अंजाम देने मे मास्टर माइंड बताया. यह पहले टावर पर बतौर तकनीशियन के रूप मे काम कर चुका. इसको केबल ओर कनेक्शन की पुरी टेक्निकल जानकारी होने से आसानी से वारदातों को अंजाम देते हैं.
टेक्निकल जानकारी का चोरी मे इस्तेमाल
केबल चोरी की वारदात में जितेंद्र की अहम भूमिका रहती है. इसे यह जानकारी थी कि केबल काटने के दस मिनट तक सर्वर की साइट डाउन नहीं होती है. इसी समय का लाभ उठाकर ये लोग काटी हुई केबल को दूसरी केबल से जोड़ देते थे. इसके चलते सर्वर से साइट डाउन नहीं होती थी. इसी वजह से चोरी की घटना की तत्काल जानकारी नहीं मिल पाती और ये पुलिस पकड़ से दूर हो जाते.
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वारदात का पता जब चलता जब सर्वर से साइट की स्पीड कम होने लगती तब जाकर पुरा मामला सामने आता. फिलहाल पुलिस इन लोगों से अन्य वारदातों के साथ केबल को ठिकाने लगाने की जानकारी कर रही है.
Reporter- Sandeep Vyas
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