Kherthal news: भिवाड़ी के फेज 3 थाना अंतर्गत रहने वाले मजदूर परिवार की 17 वर्षीय किशोरी के साथ विगत सात फरवरी को हुए दुष्कर्म के बाद आरोपी द्वारा वीडियो वायरल करने की धमकी से पीड़िता सदमे में चली गई.
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Kherthal news: भिवाड़ी के फेज 3 थाना अंतर्गत रहने वाले मजदूर परिवार की 17 वर्षीय किशोरी के साथ विगत सात फरवरी को हुए दुष्कर्म के बाद आरोपी द्वारा वीडियो वायरल करने की धमकी से पीड़िता सदमे में चली गई. जिसका इलाज राजीव गांधी सामान्य चिकित्सालय के मनोरोग विशेषज्ञ की देखरेख में चल रहा है. पीड़िता अलवर अस्पताल में भर्ती है, गंभीर बात तो ये है कि इसमें महिला थाना पुलिस ने पीड़ित की रिपोर्ट तक दर्ज नहीं की और थाने से भगा दिया.
दुष्कर्म का वीडियो बनाया
मामला सामने सामने के बाद भिवाड़ी महिला थाने में बुधवार को मामला दर्ज किया गया है. बात बढ़ती देख महिला थाना प्रभारी राजीव गांधी सामान्य चिकित्सालय अलवर में पहुंचकर पीड़िता के बयान लिए. पीड़िता के पिता ने बताया कि एक युवक द्वारा उसकी बेटी के साथ दुष्कर्म कर अश्लील वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी दी गई, जिससे उनकी बेटी सदमे में चली गई. पीड़िता के परिजन किशोरी को बदहवास हालत में अलवर जिला अस्पताल लेकर आए.
बाजार में सामान लेने गई थी युवती
परिजनों का कहना था कि घटना के वायरल वीडियो के बाद से ही लड़की की मानसिक हालत बिगड़ गई. परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाया कि वो दो बार महिला थाने में शिकायत दर्ज कराने भी गए, लेकिन पुलिस ने उन्हें पहले उपचार कराने की बात कहकर टरका दिया. पिता ने बताया कि 7 फरवरी को उसकी बेटी बाजार में सामान लेने गई. तभी पड़ोस में रहने वाले यूपी निवासी आरोपी अनिल अपने कमरे पर ले गया और उसके साथ दुष्कर्म किया. साथ ही आरोपी के द्वारा वीडियो बनाने की भी बात कही.
पीड़िता बदहवास हो गई
किशोरी ने ये बात अपने घर वालो को बताई तो पीड़ित परिवार थाने गए लेकिन पुलिस से सहयोग नहीं मिला, बताया जा रहा है की इसी दौरान आरोपी ने वीडियो वायरल कर दी,इस बात का पता जैसे ही पीड़िता को लगा तो वो बदहवास हो गई. सबसे बड़ी बात तो ये है कि दुष्कर्म के गंभीर मामले में भिवाड़ी के महिला थाने की पुलिस का रवैया चौंकाने वाला रहा है. दूसरे राज्य का पीड़ित मजदूर परिवार अपनी बेटी को लेकर 5 दिन तक घर में डरे सहमे दुबके रहे.
किशोरी की तबीयत ज्यादा बिगड़ी तो उसे टेंपो से लेकर फिर महिला थाने गए. थाने के बाहर टेंपो रोका तो पीड़िता की हालत में चीख पुकार सुनकर लोगों की भीड़ जमा हो गई. पुलिस को पता चला तो पुलिस आई और इलाज कराने की नसीहत देकर चली गई. लेकिन मामला दर्ज नहीं किया . मामले में महिला थाने की इंचार्ज रजनी कुमारी का कहना था कि वो अलवर गई थी जहा पर पीड़िता के बयान दर्ज किए गए है.
मामला दर्ज कर लिया गया
वहीं ये पूरा मामला मीडिया में आने के बाद पुलिस के आला अधिकारी भी हरकत में आए और जानकारी जुटाने में लग गए, भिवाड़ी पुलिस अधिक्षक योगेश दाधीच ने बताया कि मामला उनकी जानकारी में आया है. अभी मामला दर्ज कर लिया गया है. एक टीम बच्ची से जानकारी जुटा रही है. तो दूसरी टीम आरोपी की तलाश में लगी हुई है. अब हैरानी ये है की अगर ये ही फुर्ती पहले दिखाई जाती तो ना तो बालिका बदहवास होती और ना ही आरोपी पुलिस गिरफ्त से दूर होता.