Masuda: दुर्गालाल बैरवा के हत्याकांड को लेकर दलित समाज के लोगों ने रास्ता किया जाम, मौके पर पहुंचे अधिकारी
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Masuda: दुर्गालाल बैरवा के हत्याकांड को लेकर दलित समाज के लोगों ने रास्ता किया जाम, मौके पर पहुंचे अधिकारी

Masuda News: राजस्थान के मसूदा के भिनाय उपखंड में दलित दुर्गालाल बैरवा के जघन्य हत्याकांड मामले को लेकर मंगलवार को गुस्साए दलित समाज के लोगों ने कस्बे के वीर बगडावत बस स्टैंड के सामने अम्बेडकर सर्किल पर रास्ता जाम कर दिया, जिससे मार्ग के दोनों ओर जाम लग गया. 

लोगों ने रास्त किया जाम

Masuda News: राजस्थान के मसूदा के भिनाय उपखंड की ग्राम पंचायत गुढाखुर्द के ग्राम बगराई स्थित चरागाह में रविवार प्रात: ग्राम अमरपुरा निवासी दलित दुर्गालाल बैरवा के जघन्य हत्याकांड मामले को लेकर मंगलवार को गुस्साए दलित समाज के लोगों ने कस्बे के वीर बगडावत बस स्टैंड के सामने अम्बेडकर सर्किल पर रास्ता जाम कर दिया. जिससे मार्ग के दोनों ओर जाम लग गया. 

घटना की जानकारी मिलते ही उपखंड अधिकारी प्रभात त्रिपाठी, तहसीलदार श्यामलाल आमेटा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक घनश्याम शर्मा, थानाधिकारी महावीर प्रसाद मीणा और जांच अधिकारी पुलिस उप अधीक्षक रामावतार, नायब तहसीलदार देवलिया कला रमेश सोनी, नायब तहसीलदार बान्दनवाडा राकेश पारीक मय पुलिस जाब्ता के साथ मौके पर पहुंचे. 

इस दौरान उपखंड अधिकारी प्रभात त्रिपाठी और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक घनश्याम शर्मा ने लोगों से समझाइश कर जाम हटाने और मृतक का पोस्टमार्टम करवाने के लिए समझाइश की, लेकिन ग्रामीण नहीं मानें. बाद मे भीम आर्मी के गोपीकिशन की समझाइश से लोगों ने रास्ता खोला, लेकिन थोडी देर में गुस्साएं ग्रामीणों ने रास्ता पुन: बंद कर दिया. 

इस दौरान गुस्साए लोग मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, सचिन पायलट, विधायक राकेश पारीक और कांग्रेस नेता संग्राम सिंह के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे. मामले की नजाकत को देखते हुए मौके पर पुलिस थाना भिनाय, पुलिस थाना सराणा और पुलिस थाना बिजयनगर का अतिरिक्त जाब्ता मंगवाया गया. बाद में दिन में लगभग पौने 3 बजे पुलिस प्रशासन द्वारा ग्रामीणों से सख्ती के साथ समझाइश करने पर लोगों ने रास्ता खोल दिया, लेकिन अपनी मांगों को लेकर वीर बगडावत बस स्टैंड पर धरना प्रारम्भ कर दिया. 

धरना स्थल पर पहुंचे उपखंड अधिकारी प्रभात त्रिपाठी ने जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक चूनाराम जाट के पुलिस थाना भिनाय पहुंचने की जानकारी देते हुए धरने पर बैठे लोगों को 5 लोगों का प्रतिनिधि मंडल बनाकर जिला कलेक्टर और एसपी से वार्ता करने का न्यौता दिया, लेकिन ग्रामीण दोनों अधिकारियों को धरना स्थल पर ही वार्ता करने के लिए बुलाने पर अडे रहे. 

बाद में उपखंड अधिकारी, नायब तहसीलदार राकेश पारीक द्वारा ग्रामीणों से दोबारा प्रतिनिधि मंडल भेजने की बात कही, फिर भी ग्रामीण अपनी बात पर अडे रहे. सायं लगभग 4 बजे जयपुर और अजमेर से आए भीमसेना के पदाधिकारियों द्वारा समझाइश करने पर 11 व्यक्तियों के प्रतिनिधि मंडल द्वारा स्थानीय पुलिस थाना में जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से समझौता वार्ता करने की सहमति बनी. 

जिस पर देर सायं स्थानीय पुलिस थाना में जिला कलेक्टर अंशदीप और पुलिस अधीक्षक चूनाराम जाट के समक्ष प्रतिनिधि मंडल ने मृतक दुर्गालाल बैरवा के परिजन को 80 लाख रूपये की आर्थिक सहायता दिलाने, परिवार से 1 व्यक्ति को सरकारी नौकरी, मृतक के परिवार को पुलिस सुरक्षा प्रदान करने, मामले को लेकर हुए धरना प्रदर्शन रास्ता जाम में समाज के किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कानूनी और विभागीय कार्रवाई नहीं करने और फास्ट ट्रेक अदालत में मामला चलाकर हत्यारों को शीघ्र सजा दिलाने की मांग की गई. 

प्रतिनिधि मंडल ने बताया कि समाज के अध्यापक रमेश बैरवा को जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा अजमेर बुलाए जाने के कारण आक्रोशित लोगों ने धरना-प्रदर्शन जैसा कदम उठाया है. साथ ही उन्होंने बताया कि मृतक दुर्गालाल बैरवा और सांवरलाल बैरवा ने स्थानीय पुलिस से सुरक्षा की मांग की थी लेकिन सुरक्षा नहीं मिलने के कारण दुर्गालाल की हत्या हुई है. प्रतिनिधि मंडल ने बताया कि नाबालिग बच्ची का गर्भपात करवाने वाले चिकित्सालय और व्यक्ति पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है और बच्ची को अभी तक भी कोई सहयता नहीं मिली है. 

प्रतिनिधि मंडल की बात सुनने के बाद पुलिस अधीक्षक चूनाराम जाट ने प्रतिनिधि मंडल को बताया कि जब तक मृतक का पोस्टमार्टम नहीं हो जाता, बिना सबूत गिरफ्तारी नहीं हो सकती. सबूत नहीं होने पर आईओ को चार्जशीट मिलती है. उन्होंने कहा कि मुकदमा नं 219/21 की जल्दी जांच पूरी की जाएगी. जिला कलेक्टर अंशदीप ने कहा कि 1 सप्ताह के अंदर एससी-एसटी एक्ट में सहायता दिलाई जाएगी. 

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साथ ही उन्होंने कहा कि चिरंजीवी दुर्घटना बीमा योजना में 5 लाख की सहयता राशि राज्य सरकार द्वारा मिलती है, लेकिन ये हत्या का मामला है. मृतक के शव के पोस्टमार्टम में देरी करने पर सबूत नष्ट होंगे. उन्होंने सभी से मृतक के शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाकर शव का अंतिम संस्कार करवाने की अपील की. 

जिला कलेक्टर ने प्रतिनिधि मंडल से अपनी सभी मांगों का ज्ञापन लिखकर देने और उनकी सभी मांगों की अनुशंसा कर राज्य सरकार को भेजने का आश्वासन दिया. दोनों अधिकारियों की समझाइश के बाद प्रतिनिधि मंडल ने मृतक का पोस्टमार्टम करवाने का निर्णय लिया. देर सायं स्थानीय चिकित्सालय के चीरघर में 3 सदस्यीय मेडिकल बोर्ड के चिकित्सकों ने मृतक के शव का पोस्टमार्टम किया. पुलिस ने मृतक के शव का पंचनामा करवाकर शव परिजनों के सुपुर्द किया. 

समझौता वार्ता में प्रशासन की ओर से जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, उपखंड अधिकारी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक घनश्याम शमा, पुलिस उप अधीक्षक रामावतार, वृत्ताधिकारी केकडी खींवसिंह, थानाधिकारी महावीर प्रसाद मीणा और 11 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल में रवि मेघवाल, श्याम, आलोक बैरवा, संदीप, रमेश बैरवा, कालू, ओमप्रकाश, रामदयाल, मुकेश, रामरूवरूप, कैलाश और लादूराम शामिल रहे.

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